फार्मासिस्ट ने कोरोना वैक्सीन की जगह 3 महिलाओं को कुत्ता काटने वाला इंजेक्शन लगा भेज दिया घर

एसडीएम और एसीएमओ की रिपोर्ट पर फार्मासिस्ट नरेश शर्मा को निलंबित कर दिया गया है, जबकि सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बिजेंद्र सिंह को चेतावनी दी गई है....

Update: 2021-04-10 07:19 GMT

शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांधला से चौंकाने वाला मामले सामने आया है जहां कोरोनारोधी वैक्सील लगाने पहुंची तीन महिलाओं को फार्मसिस्ट ने एंटी रैबीज इंजेक्शन लगा दिए। फार्मसिस्ट को निलंबित किया गया है। जांच में पता चला है कि अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट की जगह जन औषधि केंद्र पर कार्यरत कर्मचारी ने उनको टीका लगाया था। उसकी भी सेवा समाप्त करने के आदेश दिए हैं। मामले में सीएचसी अधीक्षक को चेतावनी जारी की गई है।

खबरों के मुताबिक कांधला के मोहल्ला सरावज्ञान निवासी सरोज (70 वर्षीय), जगदीश नगर के रेलवे मंडी निवासी अनारकली (72 वर्षीय) और सत्यवती (62 वर्षीय) के साथ बृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोनारोधी वैक्सीन की पहली डोज लगवाने गईं थीं। वहां बिना जानकारी किए ही तीनों महिलाओं से बाहर से सिरिंज मंगाकर उन्हें एंटी रैबीज का टीका लगाकर घर भेज दिया। घर आने पर सरोज को तेज चक्कर आने और घबराहट पर परिजन निजी चिकित्सक के पास ले गए थे। अस्पताल की ओपीडी का पर्चा देखने पर पता लगा कि तीनों महिलाओं को एंटी रैबीज लगाया गया है।

जानकारी के अभाव में तीनों वृद्ध महिलाएं ओपीडी से पर्चा बनवाकर बिना किसी चिकित्सक से परामर्श लिए एंटी रैबीज वैक्सीन टीकाकरण कराने वालों की लाइन में खड़ी हो गईं थीं। वहां सीएचसी के फार्मासिस्ट नरेश शर्मा मौजूद नहीं थे। उनके स्थान पर जन औषधि केंद्र पर कार्यरत कर्मचारी ताहिर हुसैन थे जिन्होंने तीनों महिलाओं को बिना ओपीडी स्लिप देखे जल्दबाजी में एंटी रैबीज लगा दिया।

एसडीएम और एसीएमओ की रिपोर्ट पर फार्मासिस्ट नरेश शर्मा को निलंबित कर दिया गया है, जबकि सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बिजेंद्र सिंह को चेतावनी दी गई है। मामले में जन औषधि केंद्र के कर्मचारी की भी सेवा समाप्त करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही डीएम ने कोरोना और एंटी रैबीज टीकाकरण की जानकारी सीएचसी में स्पष्ट रूप से लिखवाने के आदेश दिए हैं। सीएमओ डॉ. संजय अग्रवाल ने सीएचसी अधीक्षक को चेतावनी के साथ ही फार्मासिस्ट के निलंबन आदेश जारी कर दिए हैं।

शुक्रवार को डीएम जसजीत कौर ने एसडीएम कैराना उद्भव त्रिपाठी तथा एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार को मामले की जांच सौंपते हुए शाम तक रिपोर्ट तलब की थी। दोनों अधिकारियों ने दोपहर में कांधला सीएचसी में पहुंचकर जांच की गई और अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। डीएम ने बताया कि सीएचसी में प्रथम तल पर कोरोना का टीकाकरण होता है, जबकि भूतल पर ओपीडी के कक्ष संख्या 15 में प्रत्येक सोमवार और बृहस्पतिवार को एंटी रैबीज लगाए जाते हैं। 

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