मुरादाबाद में कोविड वैक्सीन लगवाने के 24 घंटे के अंदर वार्डबॉय की मौत, परिजनों ने टीकाकरण पर उठाए सवाल

मृतक वार्डबॉय महिपाल सिंह के पुत्र विशाल का कहना है कि जब से मेरे पिता को कोरोना का टीका लगाया गया था, उसके बाद से ही उनकी तबियत गड़बड़ा गई थी। उन्हें सांस फूलने और खांसी की शिकायत शुरू हो गई थी

Update: 2021-01-18 05:03 GMT

कोरोना टीकों के सभी ट्रायल पूरे होने से पहले फार्माकोविजिलेंस विभाग को भारत सरकार ने क्यों नहीं किया मुस्तैद

जनज्वार, मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद स्थित जिला अस्पताल में एक वार्डबॉय की रविवार 17 जनवरी की शाम मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शनिवार 16 जनवरी की शाम उन्हें कोरोना की वैक्सीन लगाई गई थी। वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी के बाद अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

46 वर्षीय मृतक वार्डबॉय महिपाल सिंह के पुत्र विशाल का कहना है कि जब से मेरे पिता को कोरोना का टीका लगाया गया था, उसके बाद से ही उनकी तबियत गड़बड़ा गई थी। उन्हें सांस फूलने और खांसी की शिकायत शुरू हो गई थी। कल रविवार 17 जनवरी की सुबह उन्हें 101 डिग्री बुखार था।

शाम को तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर वहां कोई भी सुनवाई करने वाला नहीं था। वह खुद स्ट्रेचर लेकर आये और इमरजेंसी में पहुंचाया गया। वहां भी कोई देखने वाला नहीं था। बहन ने खुद पिता को ऑक्सीजन लगायी। देर से पहुंचे डॉक्टर ने पल्स, हार्टबीट देखा और बताया कि देर हो चुकी है।

वहीं अस्पताल के सीनियर डॉक्टर पवन कुमार का कहना है कि महिपाल की मौत की वजह 99 प्रतिशत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। हालांकि डॉक्टर पवन का यह भी कहना है कि सही वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी।

Tags:    

Similar News