बेटे का सेना में जाने का सपना : पिता ने NDA की परीक्षा दिलाने के लिए आगरा से भोपाल के बीच बदलीं 8 बसें

मनोज कुमार जब बेटे को परीक्षा दिलाने के लिए भोपाल के लिए निकले, तो ट्रेन नहीं मिली और उन्हें बस का साधन मिला, वे आगरा से भोपाल तक आठ बसें बदलते हुए पहुंचे....

Update: 2020-09-07 14:26 GMT

कोरोना की भयावहता के बीच भी पिता ने नहीं हारी हिम्मत, बेटे को एनडीए की परीक्षा दिलाने के लिए आगरा से भोपाल तक बदलीं 8 बसें

जनज्वार, भोपाल। पिता बेटे का सपना पूरा करना चाहता है और उसे सेना में भेजने के लिए हर समस्या का सामना करने को तैयार है तभी तो आगरा से भोपाल तक परीक्षा दिलाने के लिए उसने आठ बसें बदलीं, मगर परीक्षा देने का मौका हाथ से नहीं जाने दिया।

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा (यूपीएससी) द्वारा आयोजित नेशनल डिफेंस एकेडमी और नेवल एकेडमी के लिए रविवार 6 सितंबर को परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए केंद्रों तक पहुंचना परीक्षार्थियों के लिए बड़ी चुनौती था, क्योंकि कोरोना महामारी के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवाएं सुचारू रूप से नहीं चल रही है। आगरा के मनोज कुमार को बेटे गोविंद को परीक्षा दिलाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

आगरा से भोपाल की दूरी लगभग साढ़े पांच सौ किलोमीटर की है। बस से लगभग 10 घंटे लगते हैं, जबकि ट्रेन से महज छह घंटों में यह रास्ता तय हो सकता है। 8 बसें बदल कर मनोज कुमार ने बेटे के साथ साढ़े पांच सौ किलोमीटर की दूरी तय की और उसे परीक्षा सेंटर तक लेकर पहुंचे।

मनोज कुमार जब बेटे को परीक्षा दिलाने के लिए भोपाल के लिए निकले, तो ट्रेन नहीं मिली और उन्हें बस का साधन मिला। मनोज बताते हैं कि वे आगरा से भोपाल तक आठ बसें बदलते हुए पहुंचे। उन्हें सुकून इस बात का है कि बेटे को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने में सफल रहे।

गौरतलब है कि एनडीए की परीक्षा रविवार 6 सितंबर को हुई है। इस परीक्षा के लिए मनोज के बेटे गोविंद ने भोपाल सेंटर चुना था। यहां तक आना समस्या था, मगर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।

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