Asaduddin Owaisi News : 'हमारी बेटियों को हिजाब नहीं तो क्या बिकिनी पहननी चाहिए', हिजाब विवाद पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी
Asaduddin Owaisi News : कर्नाटक के शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर बैन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जजों की राय बंटी हुई है अब इस केस की सुनवाई बड़ी बेंच की ओर से की जाएगी लेकिन इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने हिजाब का विरोध करने वालों पर तीखी टिप्पणी की है...
Asaduddin Owaisi News : कर्नाटक के शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर बैन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जजों की राय बंटी हुई है। अब इस केस की सुनवाई बड़ी बेंच की ओर से की जाएगी लेकिन इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने हिजाब का विरोध करने वालों पर तीखी टिप्पणी की है। बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि 'जब सिख पगड़ी पहन सकते हैं। ईसाई क्रॉस पहन सकते हैं और हिंदू विबुधि अपने माथे पर, मुस्लिम लड़कियां कक्षाओं में हिजाब क्यों नहीं पहन सकती हैं।'
हिजाब नहीं तो क्या बिकिनी पहने ?
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि 'हिजाब नहीं तो क्या हमें बिकिनी पहननी चाहिए? आप चाहें तो इसे पहन सकते हैं। आप हमारे धर्म, संस्कृति और हिजाब और दाढ़ी जैसी परंपराओं को खत्म करने पर क्यों तुले हुए हैं। हिजाब पर प्रतिबंध लगाने से सिख, हिंदू, ईसाई और अन्य समुदायों की लड़कियों को गलत संदेश जाएगा कि मुसलमान उनकी तुलना में कम नागरिक हैं। यदि धर्म और संस्कृति की स्वतंत्रता की अनुमति दी जाती है, तो वे एक-दूसरे की संस्कृति सीखेंगे और राष्ट्र केवल एकजुट और मजबूत होगा।'
मुस्लिम संस्कृति का सफाया करने की कोशिश
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते गुरुवार रात यहां गोलकुंडा किले के पास आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि विभाजनकारी ताकतें मुस्लिम संस्कृति का सफाया करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन मुसलमान भारत नहीं छोड़ेंगे। वे भारत के संविधान में नागरिकों को गारंटीकृत सभी अधिकारों को प्राप्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेंगे। हम भारत में रहेंगे और यहीं मरेंगे भी। हम भाजपा और आरएसएस से नहीं डरेंगे।
योगी सरकार पर ओवैसी ने साधा निशाना
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने मंच पर एक वीडियो क्लिप चलाया और कहा कि 'उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में भारी भीड़ को संबोधित करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा है कि वह मुसलमानों को उठाकर मार डालेगा (चुन चुन के मारूंगा), मुसलमानों को दफना देगा (मिट्टी में मिला दूंगा), उनके घरों पर बुलडोजर चलाएंगे।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'यूपी पुलिस अधिकारी की भाषा सुनो। संविधान की शपथ लेने के बाद एक पुलिस अधिकारी इस तरह बात कर रहा है और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया नहीं देंगे।'
हिजाब उतारने के लिए कहना सविधान का अपमान
इसके साथ ही हिजाब पर सुप्रीम कोर्ट के विभाजित फैसले का जिक्र करते हुए हैदराबाद के सांसद ने कहा कि न्यायाधीशों में से एक न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया ने कहा कि एक पूर्व विश्वविद्यालय की छात्रा को अपने स्कूल के गेट पर हिजाब उतारने के लिए कहना, उसकी निजता और गरिमा पर आक्रमण है। न्यायमूर्ति धूलिया ने कहा कि छात्रा को स्कूल के गेट पर हिजाब हटाने के लिए कहना भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (ए) और 21 के तहत दिए गए मौलिक अधिकार का उल्लंघन है।