Gorakhpur News : दीक्षांत समारोह से पहले 'कुलपति हटाओ - कुलपति तुम इस्तीफा दो' के जानिए क्यों लगा दिए गये पोस्टर?
विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर सन्नाटा पसरा हुआ है और जहां पर दीक्षांत समारोह के बैनर, पोस्टर, गेट पर लगे होने चाहिए वहां कुलपति हटाओ-विश्वविद्यालय बचाओ, कुलपति तुम इस्तीफा दो के बड़े पोस्टर लगे हुए हैं...
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय (DDU) का आज बुधवार 15 दिसंबर को 40वां दीक्षान्त समारोह संपन्न होना है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेगीं लेकिन इससे पहले ही यूनिवर्सिटी के तमाम छात्र अपनी एक मांग को लेकर धरने पर बैठ गये हैं।
इतना ही नहीं छात्रों ने यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर 'कुलपति हटाओ-विश्वविद्यालय बचाओ' और 'कुलपति तुम स्तीफा दो' जैसे पोस्टर भी चिपका दिये हैं। बताते चलें कि इस समारोह में राज्यपाल के अलावा मुख्य अतिथि के रुप प्रो. एके. श्रीवास्तव सदस्य, कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल, नई दिल्ली भी शामिल होने वाले हैं।
छात्रों के विरोध के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्यक्रम को अंतिम रूप देते हुए प्रवेश का मार्ग बदल दिया है, अब कार्यक्रम में आने वाले अतिथि विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास वाले गेट से प्रवेश करेंगे जबकि वीवीआइपी दीक्षा भवन स्थित गेट से समारोह स्थल तक पहुँचेगे।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्री पीएचडी के छात्र परीक्षा मामले को लेकर पिछले कई दिनों से धरने पर हैं जिसके कारण प्रशासन ने मुख्य द्वार से कार्यक्रम में प्रवेश बदल दिया है। एक तरफ परिसर में महामहिम होंगी और दूसरी तरफ विद्यार्थी धरने पर होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को दबाने के लिए प्रवेश द्वार को बदलना विकल्प के तौर पर स्वीकार किया लेकिन छात्रों के इस आंदोलन के संदर्भ में सभी मौन साधे हुए हैं।
ये है पूरा मसला
जनज्वार से बात करते हुए चक्रपाणी ओझा ने बताया कि सीबीसीएस प्रणाली लागू होने के बाद प्री-पीएचडी छात्र आंदोलन कर रहे हैं। छात्र चाह रहे की पुरानी प्रणाली के तहत परीक्षाएं कराईं जाएं वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन चाहता है की नई प्रणाली के तहत पेपर कराए जाएं। जबर्दस्त माहौल है आंदोलन चल रहा है। छात्र राज्यपाल को इस संबंध में एक ज्ञापन देना चाह रहे लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन चाहता है कि छात्र महामहिम तक ना पहुँच सकें। इसी बात पर गोरिल्ला युद्ध जारी है।
न्यायालय जा सकते हैं छात्र
आंदोलनरत छात्रों ने इससे पहले यूनिवर्सिटी प्रशासन से राज्यपाल से मिलने देने और ज्ञापन सौंपने की इजाजत मांगी थी लेकिन कॉलेज प्रशासन ने छात्रों की इस मांग को ठुकरा दिया। जिसके बाद अब इनपुट यह मिल रहा की छात्र अपनी मांगो को लेकर न्यायालय का रूख कर सकते हैं।
समारोह की खुशी में विरोध
पिछले दीक्षांत समारोह विविध कार्यक्रमों में मुख्य द्वार से प्रवेश होते रहे हैं और विश्वविद्यालय को सजा दिया जाता रहा है। आज विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर सन्नाटा पसरा हुआ है और जहां पर दीक्षांत समारोह के बैनर, पोस्टर, गेट पर लगे होने चाहिए वहां कुलपति हटाओ-विश्वविद्यालय बचाओ, कुलपति तुम इस्तीफा दो के बड़े पोस्टर लगे हुए हैं। मुख्य द्वार सूनसान दिख रहा है और गेट से प्रवेश करते ही प्री-पीएचडी के शोधार्थी धरने पर बैठे हुए हैं।