Madarsa News : यूपी के बाद उत्तराखंड के मदरसों के कायाकल्प की तैयारी, NCERT के पाठ्यक्रम और ड्रेस कोड होंगे लागू

Madarsa News : मदरसों में सुबह 6 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट तक यानी फजिर की नमाज के बाद कुरान की शिक्षा दी जाएगी। इसके बाद सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक मदरसे सामान्य स्कूल की तरह चलेंगे।

Update: 2022-11-24 08:07 GMT

Madarsa News : यूपी के बाद उत्तराखंड के मदरसों के कायाकल्प की तैयारी, NCERT के पाठ्यक्रम और ड्रेस कोड होंगे लागू

Madarsa News : यूपी के योगी सरकार के बाद अब उत्तरखंड ( Uttarakhand ) में धामी सरकार ने प्रदेश के वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों ( Madarsa ) का कायाकल्प करने की तैयारी में जुट गई है। वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने कहा कि राज्य सरकार मदरसों का आधुनिकीकरण ( Madarsa modernization ) करने की कोशिश कर रही है। उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड के दायरे में 103 मदरसे शामिल हैं। इन मदरसों में आगामी शिक्षा सत्र से ड्रेस कोड ( dress code ) लागू हो जाएगा। वक्फ के तहत संचालित सभी मदरसों में एनसीईआरटी ( NCERT syllabus) की किताबें भी लागू होंगी।

वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स का कहना है कि अगले शिक्षा सत्र से एनसीईआरटी पाठ्यक्रम ( NCERT syllabus) और ड्रेस कोड ( dress code ) लागू किया जाएगा। उन्होंने आग कहा कि मदरसों को भी आधुनिक स्कूलों की तर्ज पर चलाने की तैयारी है। पहले चरण में 7 मदरसों को आधुनिक बनाया जाएगा। पहले चरण में देहरादून के दो, उधमसिंह नगर के दो, हरिद्वार के दो और नैनीताल के एक मदरसे का आधुनिकीकरण ( Madarsa modernization ) किया जाएगा।

सभी धर्मों के बच्चे करेंगे शिक्षा ग्रहण

इन मदरसों के समय और ड्रेस कोड में भी तब्दीली की जा रही है। मदरसों को सामान्य स्कूलों की तरह सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक चलाने की योजना बनाई है। हम इस बदलाव को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में पंजीकृत 103 मदरसों में लागू करेंगे। खास बात ये है कि इन मदरसों में सभी धर्मों के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।

अब मदरसों के बच्चे बनेंगे डॉक्टर और इंजीनियर

Madarsa News : मदरसों ( Madarsa ) में सुबह 6 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट तक यानी फजिर की नमाज के बाद कुरान की शिक्षा दी जाएगी। इसके बाद सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक मदरसे सामान्य स्कूल की तरह चलेंगे। दो बजे के बाद फिर मदरसे के रूप में चलने लगेंगे। दो बजे के बाद इसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल की तरह चलाया जाएगा। मदरसों में स्मार्ट क्लास ( Madarsa modernization ) होगी ताकि इनसे पढ़कर निकलने वाले बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन सकें।

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