दिल्ली में 20000 से ज्यादा अतिथि शिक्षकों की सेवा 20 अप्रैल से समाप्त का आदेश जारी, गहरायेगा रोटी का संकट
शिक्षा निदेशालय ने 20 हजार से अधिक शिक्षकों की सेवा 20 अप्रैल 2021 से समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है....
जनज्वार। पहले से ही कोरोनावायरस के चलते दहशत में जी रहे और भारी आर्थिक मंदी की मार झेल रहे लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दिल्ली के अतिथि शिक्षकों पर इसकी बड़ी मार पड़ी है। इस बार गर्मियों की छुट्टियां घोषित होने के साथ ही अतिथि शिक्षकों के लिए एक बड़ा झटका भी है। शिक्षा निदेशालय ने 20 हजार से अधिक शिक्षकों की सेवा 20 अप्रैल 2021 से समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है।
हालांकि शिक्षकों को बाहर करने की भूमिका केजरीवाल सरकार ने पहले से ही बना दी थी। पिछले साल लॉकडाउन शुरू होने के बाद दिल्ली के स्कूलों में कार्यरत करीब 20 हजार अतिथि शिक्षकों के लिए दिल्ली सरकार ने एक आदेश जारी किया था, जिसके बाद वे निराश थे।
दिल्ली सरकार ने आदेश जारी किया था कि गेस्ट टीचर्स को अब सिर्फ 8 मई तक का ही वेतन दिया जाएगा। शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार द्वारा 5 मई 2020 को निकाले गए एक आदेश में कहा गया है कि अतिथि शिक्षकों को केवल 8 मई तक का ही वेतन दिया जाएगा और गर्मियों की छुट्टियों में उन्हें भुगतान तभी किया जाएग जब उनकी सेवाएं ली जाएंगी। ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिशएन ने शिक्षा निदेशालय के आदेश का विरोध किया था।
एसोसिएशन ने तब उपराज्यपाल अनिल बैंजल को एक पत्र लिखकर मांग की है कि कोरोना संकट के बाद उपजी परिस्थतियों और लॉकडाउन को देखते हुए अतिथि शिक्षकों को 8 महीने के बाद स्कूल खुलने तक नियमित वेतन दिया जाए।
अब जबकि इस बार 20 अप्रैल से अतिथि शिक्षकों की सेवायें समाप्त करने का आदेश पारित कर दिया गया है, तो शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है।
हालांकि इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि स्कूल प्रमुख जरूरत के मुताबिक अतिथि शिक्षकों को स्कूल बुला सकेंगे। जिन्हें नियम के अनुसार भुगतान किया जाएगा। ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शोएब राणा के मुताबिक बन्दी में अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्ति से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा होगा। ऐसे में जरूरी है कि इस पर दोबारा विचार किया जाए।
दिल्ली शिक्षा निदेशालय के इस आदेश में कहा गया है कि अतिथि शिक्षकों को 19 अप्रैल 2021 तक का ही वेतन दिया जाएगा। इसके आगे यदि उन्हें गर्मिंयों की छुट्टियों में ड्यूटी के लिए बुलाया जाता है तो ही आगे वेतन दिया जाएगा।