नियुक्ति घोटाले में बंगाल विश्वविद्यालय के कुलपति गिरफ्तार, 2014 में बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले का है मामला
West Bengal teacher recruitment scam : कुलपति भट्टाचार्य की गिरफ्तारी से पहले बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई ने दिल्ली और कोलकाता में 6 जगह छापेमारी की थी, बताया जा रहा है कि इस छापेमारी के दौरान सीबीआई के हत्थे महत्त्वपूर्ण सुराग हत्थे लगे हैं, लेकिन इसका कोई ब्यौरा नहीं दिया गया है..
West Bengal teacher recruitment scam : केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम ने सोमवार 19 सितंबर को बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए स्कूल सेवा आयोग (SSC) के तत्कालीन अध्यक्ष तथा उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के वर्तमान में कुलपति सुबीर भट्टाचार्य को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षकों व और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति में कथित तौर पर अनियमितताओं में भट्टाचार्य की संलिप्तता के आधार पर सीबीआई तीन ने उनकी यह गिरफ्तारी की है।
पाठकों की जानकारी के लिए बताते चलें कि जिस बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में कुलपति भट्टाचार्य की यह गिरफ्तारी की गई है वह साल 2014 का है। तब पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमिशन (SSC) ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती निकाली थी। भर्ती प्रक्रिया 2016 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के कार्यकाल में हुई थी। शिक्षकों व गैरशिक्षकों की इस भर्ती के मामले में गड़बड़ी की कई शिकायतें कोलकाता हाईकोर्ट में की गई थीं।
इससे पहले तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी सहित कई लोगों की भी गिरफ्तारी की जा चुकी है। चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को 23 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को अभी अलीपुर कोर्ट द्वारा 21 सितंबर तक सीबीआई को रिमांड पर भेजा गया था। सीबीआई ने एसएससी भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को यहां अलीपुर जिला अदालत में पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की हिरासत की मांग की थी। एसएससी घोटाला मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली को भी 21 सितंबर तक सीबीआई हिरासत में भेजा गया है।
सोमवार 19 सितंबर को कुलपति भट्टाचार्य की गिरफ्तारी से पहले बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई ने दिल्ली और कोलकाता में 6 जगह छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी के दौरान सीबीआई के हत्थे महत्त्वपूर्ण सुराग हत्थे लगे हैं, लेकिन इसका कोई ब्यौरा नहीं दिया गया है।