रामनगर में विक्षिप्त युवक को सड़क से जबड़े में खींच ले गया आदमखोर बाघ, खून से सने कपड़े बरामद होने के बाद शव की तलाश में जंगल छान रही पुलिस

वनकर्मियों द्वारा जंगल में कांबिंग की जा रही है, लेकिन युवक का शव फिलहाल बरामद नहीं हुआ है, विभागीय अफसरों ने बताया कि तलाशी के दौरान विक्षिप्त के कपड़े मिल चुके हैं, लेकिन अभी विक्षिप्त युवक का कुछ पता नहीं चल रहा है, वनकर्मियों द्वारा उसकी फिलहाल तलाश जारी है...

Update: 2022-12-13 09:38 GMT

Man eater tiger horror : कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे नेशनल हाइवे से बाघ ने एक विक्षिप्त युवक को उठाकर जंगल में ले जाकर अपना शिकार बना डाला। सोमवार 12 दिसंबर की देर रात इस घटना की जानकारी मिलने पर वनकर्मियों की टीम ने विक्षिप्त की तलाश में अभियान चलाया, जिसके बाद वनकर्मियों ने विक्षिप्त युवक के खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं, लेकिन शव का अभी तक पता नहीं चला है।

बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क और रामनगर वन प्रभाग के घने जंगल के बीच से नेशनल हाइवे गुजरता है। जो रामनगर को कुमाउं और गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्र से जोड़ता है। इस नेशनल हाइवे से सटे जंगल की वजह से बाइक अथवा पैदल गुजरना खतरनाक माना जाता है। कई हादसे इस जगह पर पहले भी हो चुके हैं। बाघ के हमले की ताजा घटना सोमवार देर 7:30 बजे के आस पास की है। जब इस इलाके में घूमने वाले एक विक्षिप्त युवक पर धनगढ़ी नाले से थोड़ा आगे सड़क के एक मोड़ पर एक बाघ ने सड़क किनारे ही हमला कर दिया। हमलावर बाघ युवक को अपने जबड़े में दबाकर जंगल की तरफ ले गया।

इस मामले की खबर जब कुछ राहगीरों को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना वनकर्मियों को दी। वनकर्मियों की टीम रात में विक्षिप्त की तलाश में जुट गई,  लेकिन अंधेरा अधिक होने के कारण देर रात अभियान को रोक दिया। युवक की तलाश में मंगलवार की सुबह से ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज व रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के वनकर्मियों ने जंगल में सघन अभियान चलाया। खबर भेजे जाने तक वनकर्मियों द्वारा जंगल में कांबिंग की जा रही है, लेकिन युवक का शव फिलहाल बरामद नहीं हुआ है। विभागीय अफसरों ने बताया कि तलाशी के दौरान विक्षिप्त के कपड़े मिल चुके हैं, लेकिन अभी विक्षिप्त युवक का कुछ पता नहीं चल रहा है। वनकर्मियों द्वारा उसकी फिलहाल तलाश जारी है।

इधर इस घटना के बाद कॉर्बेट से सटे क्षेत्र में दहशत पसर गई है। मोहान, चुकुम, सुन्दरखाल आदि क्षेत्रों के ग्रामीण बाघ की इस बार की दस्तक से अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

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