खरीफ फसलों पर टिड्डियों का खतरा बरकरार, कृषि मंत्रालय ने कहा राजस्थान में थोड़ा नुकसान

कृषि मंत्रालय ने बताया कि इस समय राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में स्प्रे वाहनों के साथ 60 नियंत्रण टीमों को तैनात किया गया है...

Update: 2020-07-14 14:54 GMT

नई दिल्ली। खरीफ सीजन की फसलों पर टिड्डियों के हमले का खतरा अभी टला नहीं है। हालांकि राजस्थान को छोड़कर अब तक कहीं भी फसलों को खास नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि राजस्थान के कुछ जिलों में टिड्डियों के हमले से फसलों को मामूली नुकसान हुआ है, लेकिन अन्य प्रांतों में फसल को कोई खास नुकसान नहीं है, जबकि टिड्डी नियंत्रण अभियान जोरों पर चल रहा है।

कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, झुंझुनू, श्रीगंगानगर, अलवर तथा चूरू जिलों, हरियाणा के भिवानी तथा महेंद्रगढ़ जिलों और उत्तर प्रदेश के सीतापुर तथा गोंडा जिलों में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों और वयस्क पीले टिड्डियों के झुंड सक्रिय पाए गए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, 12 और 13 जुलाई, 2020 की दरम्यानी रात में राजस्थान के सात जिलों बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, झुंझुनू और अलवर में 26 जगहों, उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक जगह और हरियाणा के महेंद्रगढ़ और भिवानी जिलों में दो स्थानों पर एलसीओ द्वारा टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गया।

इसके अलावा हरियाणा के भिवानी और महेंद्रगढ़ जिलों में दो स्थानों पर और उत्तर प्रदेश के सीतापुर तथा गोंडा जिलों में दो स्थानों पर संबंधित राज्य कृषि विभाग द्वारा टिड्डियों के छोटे और बिखरे समूहों को नियंत्रित करने के लिए टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गया।

मंत्रालय ने बताया कि इस समय राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में स्प्रे वाहनों के साथ 60 नियंत्रण टीमों को तैनात किया गया है और केंद्र सरकार के 200 से अधिक कर्मचारी टिड्डी नियंत्रण कार्यों में लगे हुए हैं। इसके अलावा 20 स्प्रे उपकरण प्राप्त हुए हैं और टिड्डी नियंत्रण कार्य के लिए तैनात किए गए हैं। टिड्डियों पर नियंत्रण की क्षमता को मजबूत करने के लिए 55 अतिरिक्त वाहन भी खरीदे गए हैं और इन्हें टिड्डी नियंत्रण कार्य में लगाया गया है।

इसके अलावा, राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर और फलोदी में 15 ड्रोनों के साथ पांच कंपनियों को कीटनाशकों के छिड़काव के माध्यम से ऊंचे पेड़ों और दुर्गम इलाकों में मौजूद टिड्डियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए तैनात किया गया है। राजस्थान में एक बेल हेलीकॉप्टर भी तैनात किया गया है।

Tags:    

Similar News