उत्तराखंड : ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा में अबतक दर्जनभर से ज्यादा की मौत, 100 से ज्यादा लोग अब भी लापता

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक़, पानी का स्तर बढ़ने की वजह से एनटीपीसी की 900 मीटर लंबी तपोवन सुरंग में बचाव काम रोकना पड़ा है।

Update: 2021-02-07 18:01 GMT

जनज्वार ब्यूरो। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित नंदादेवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के बाद धौली गंगा में आई भीषण बाढ़ के बाद अब तक सात लोगों के मौत की खबर है। जबकि 100 से ज्यादा लोग अब भी गायब हैं। दोपहर बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम और आईटीबीपी के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अब तक 12 लोगों को रेस्क्यू किए जाने की खबर है।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक़, पानी का स्तर बढ़ने की वजह से एनटीपीसी की 900 मीटर लंबी तपोवन सुरंग में बचाव काम रोकना पड़ा है।

डीजीपी कुमार ने बताया कि "हमने 150 मीटर तक सुरंग को खोद लिया है, लेकिन जल स्तर बढ़ने के बाद हमें काम रोकना पड़ा। ज़्यादातर लापता लोग दो प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। हमें उम्मीद है कि सोमवार सुबह तक उनकी पहचान को लेकर तस्वीर साफ़ हो जाएगी।"

तपोवन इलाक़े में मौजूद डीजीपी अशोक कुमारने बताया, 'एनटीपीसी बड़ा प्रोजेक्ट था। वहां क़रीब 150 लोग काम कर रहे थे, उनमें से एक छोटी टनल से हमने 12 लोगों को रेस्क्यू कर लिया है। एक बड़ी टनल में 25-30 लोग बताए जा रहे थे। उसमें दोनों तरफ से मलबा भरा हुआ है। उसको हम लोग खोलने का प्रयास कर रहे हैं। अभी तक वहां से सात शव मिल चुके हैं।'

उन्होंने आगे बताया कि 'शाम को दोबारा पानी भर गया था। टनल को खोलने का रेस्क्यू ऑपरेशन अभी पूरा नहीं हो पाया है। क़रीब 150 मीटर हमने इसको खोद लिया है। क़रीब 900 मीटर लंबी टनल है। लोग किस एंड पर होंगे, ये खुलने के बाद ही पता चलेगा। हमारा ये ऑपरेशन जारी रहेगा। मुझे उम्मीद है कल सुबह 9-10 बजे तक पिक्चर पूरी तरह से क्लियर हो जाएगी।'

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