बिहार में बेकाबू हो रही कोरोना की रफ्तार, 10 जुलाई से पटना में एक सप्ताह का लॉकडाउन

सीएम के परिजन सहित कई बड़े नेता, डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। बिहार में 8 जुलाई को रिकॉर्ड 749 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। कई बड़े नेता,मंत्री, विधायक, पुलिस अधिकारी, डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं।

Update: 2020-07-08 12:46 GMT
file photo

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में कोरोना की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। रोज नए इलाके कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। सीएम आवास सहित कई बड़े अस्पतालों में संक्रमण का दायरा पहुंच चुका है। कई मंत्री, विधायक, डॉक्टर, अधिकारी, पुलिस अफसर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। पटना में 10 जुलाई से 7 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया है।

कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल के कारण अगले 3 दिनों में पटना के आइसोलेशन सेंटर में 2 हजार बेड बढाने का निर्देश दे दिया गया है। इसके अतिरिक्त पटना रेलवे स्टेशन पर रेल कोच में 320 बेड वाले आइसोलेशन सेंटर को शुरू करने का निर्देश दिया गया है। पटना के दशरथ मांझी इंस्टीट्यूट और दीप नारायण प्रबंधन संस्थान को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील करने का फैसला किया गया है।

8 जुलाई को संध्या 5 बजे तक बिहार में एकदिन के अबतक के सर्वाधिक 749 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 235 अकेले पटना के हैं। इनमें पटना के राजेंद्रनगर, कदमकुआं, शास्त्री नगर, सदाकत आश्रम एरिया, बेउर, अनीसाबाद, राजीव नगर, बोरिंग रोड आदि मुहल्लों में ये मरीज मिले हैं। पटना सिटी सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है। यहां 8 जुलाई को एक ही दिन 62 नए मरीज मिले हैं।इसके साथ ही पटना में पॉजिटिवों की संख्या 1400 के करीब पहुंच गई है। यह राज्य का सर्वाधिक प्रभावित जिला है।

राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 8 जुलाई को शाम 4 बजे तक बिहार में कुल मरीजों की संख्या 13274 हो गई है। इनमें 100 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है और 9541 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अभी 3632 ऐक्टिव मरीज हैं।

इससे पहले भागलपुर जिला के डीएम ने 9 जुलाई से 13 जुलाई तक 5 दिनों के लॉकडाउन का आदेश किया है। किशनगंज जिला में 72 घँटे का लॉकडाउन लगाया जा चुका है।

Tags:    

Similar News