AIIMS में इलाज की आई नई गाइडलाइंस, मरीज को दिखाने से पहले ताजा जानकारी आपके लिए जरूरी
AIIMS में इलाज करवाने वाले सभी मरीजों के लिए अस्पताल की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की गई है....
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संसथान में इलाज करवाने वाले सभी मरीजों के लिए अस्पताल की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की गई है। जो बाह्य रोगी विभाग में जो मरीज अपना इलाज करवाने आएंगे, उनका ट्रीटमेंट अब स्लॉट के आधार पर किया जाएगा। इसमें जिन मरीजों का नंबर नहीं आएगा उन्हें वेटिंग एरिया में इंतजार करना पड़ेगा और ऐसे सभी मरीजों को टोकन दे दिया जाएगा। यदि इंतजार करने वाले मरीजों में कोई गर्भवती, दिव्यांग, बुजुर्ग और जरूरतमंद होगा तो उसे इलाज के लिए पहले बुला लिया जाएगा।
स्लॉट के अनुसार होगा इलाज
एम्स के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास के अनुसार ओपीडी में भीड़ को नियंत्रित करने और इलाज की व्यवस्था को अधिक बेहतर करने के उद्देश्य से ये फैसला लिया गया है, जिसके अनुसार राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी और सर्जिकल ब्लॉक की ओपीडी में स्लॉट के अनुसार ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट दिया जाएगा। अप्वाइंटमेंट पर्ची पर मौजूद समय के मुताबिक ही मरीज ओपीडी में दिखा पाएंगे। इसके अलावा बिना ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट ओपीडी में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को भी स्लॉट प्रदान किया जाएगा। समय न आने तक ऐसे मरीजों को वेटिंग एरिया में इंतजार करना पड़ेगा। वेटिंग एरिया में मरीजों के लिए कई प्रकार की सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मरीजों को यहां अपने नंबर की जानकारी भी मिलती रहेगी।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट देने का काम आज से शुरू
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एम्स में इलाज करने के लिए मरीजों को ऑनलाइन अपॉइंटमेंट देने का काम आज से शुरू हो जाएगा। स्लॉट के अनुसार मिले अप्वाइंटमेंट पर ओपीडी में मरीजों के इलाज की सुविधा एक नवंबर से शुरू हो जाएगी। एम्स ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह से ही लम्बी लाइन लग जाती है। इस व्यवस्था को ठीक करने के लिए ये फैसला लिया गया है।
300 रुपए तक की जांच मुफ्त
बता दें कि एम्स में इलाज करवाने के लिए जाने वाले मरीजों को अब 300 रुपए तक की जांच के लिए कोई राशि जमा नहीं करवानी पड़ेगी। 300 रुपए तक का इलाज बिलकुल मुफ्त किया जाएगा, वहीं एम्स अस्पताल में अब पर्ची बनाने के लिए लिया दिया जाने वाला 10 रुपये का शुल्क भी खत्म कर दिया गया है।
पहले मरीजों को चुकाना होता था शुल्क
इससे पहले एम्स में नए ओपीडी कार्ड के लिए 10 रुपये, जबकि ऑपरेशन के लिए जाने वाले मरीजों को फाइल बनवाने के लिए 60 रुपये और इसी प्रकार से अन्य कई मदों में पैसे देने पड़ते थे। हालांकि अब मरीजों को 300 रुपये तक के सभी खर्चों से 1 नवंबर से मुक्ति मिल जाएगी और एम्स में 300 की सीमा तक एक पैसा भी नहीं देना होगा। इससे एम्स में आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
कलाई पर पहनने के लिए मिलेगा बैंड
मरीजों का इलाज स्लॉट के आधार पर किया जाएगा साथ ही स्लॉट की पहचान के लिए मरीजों को कलाई पर पहनने के लिए बैंड भी दिया जाएगा। अगर किसी मरीज को उस दिन का टोकन नहीं मिल पाता है तो उस मरीज को प्रतीक्षा क्षेत्र में लगे कियोस्क से आगे के दिनों के लिए तारीख दे दी जाएगी।
ड्यूटी के दौरान बाहर नहीं घूम सकेंगे कर्मचारी
बता दें कि ड्यूटी के दौरान एम्स में काम कर रहे अनुबंध और आउटसोर्स कर्मचारी बाहर नहीं घूम सकेंगे। एम्स निदेशक ने आदेश जारी करते हुए कहा कि ऐसा पाया गया है कि उक्त कर्मचारी ड्यूटी ऑवर के दौरान कैफेटेरिया या अन्य जगहों पर घूमते हैं। ऐसा होने पर उक्त कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। साथ ही उनके प्रभारी भी जिम्मेदार होंगे।