वायरल बुखार का कहर: फिरोजाबाद में अबतक 75 की मौत, तीन डॉक्टर सस्पेंड
आईसीएमआर की 11 सदस्यीय टीम व स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ 18 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम पीड़ित इलाकों में पहुंचकर बुखार के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। आईसीएमआर की टीम ने अलग-अलग इलाकों से लार्वा एकत्रित किए हैं जिनकी जांच की जा रही है....
जनज्वार। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में नये वायरल और डेंगू बुखार से मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 75 हो गयी है। वहीं फिरोजाबाद के जिलाधिकारी ने तीन चिकित्सकों को निलंबित किया है। वहीं आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) का 11 सदस्यीय दल फिरोजाबाद पहुंच गया और बुखार के कारणों का पता लगा रहा है।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में डेंगू बुखार और वायरल से सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 75 फिरोजाबाद से हैं।
इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक (आगरा मंडल) डॉक्टर ए. के. सिंह ने गुरुवार 2 अगस्त की देर शाम बताया था कि बुधवार शाम तक 41 लोगों की मौत का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद था। उनके मुताबिक देर रात तक चार और लोगों की मौत हुई जिससे रात तक यह आंकड़ा 45 पहुंच गया था।
वहीं डॉ. ए.के. सिंह ने बताया था कि आज दो और बच्चों की डेंगू बुखार से मौत हुई है जिससे जनपद में अबतक डेंगू व वायरल बुखार से पीड़ित लोगों का मौत का आंकड़ा गुरूवार दोपहर तक 47 तक पहुंच गया है।
वहीं आईसीएमआर की 11 सदस्यीय टीम व स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ 18 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम पीड़ित इलाकों में पहुंचकर बुखार के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। आईसीएमआर की टीम ने अलग-अलग इलाकों से लार्वा एकत्रित किए हैं जिनकी जांच की जा रही है। टीम के सदस्य इलाके में घूमकर इस बुखार से पीड़ित लोगों से बातचीत कर रहे हैं उनके लक्षणों के आधार पर उनके नमूने लेकर कारणों का भी पता लगा रही है।
इस बीच गुरुवार की देर शाम फिरोजाबाद के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने वायरल बुखार के बढ़ते प्रकोप में लापरवाही के चलते तीन चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई के चिकित्सक गिरीश श्रीवास्तव, डॉक्टर सौरव व जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि चिकित्सा कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पायी गयी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने गुरूवार 2 सितंबर को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिरोजाबाद की घटना का संज्ञान लेते हुए शहरी एव ग्रामीण निकायों को क्षेत्र में साफ सपाई करने के निर्देश दिए हैं जिसके तहत जनपद मथुरा और फिरोजाबाद में साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि सर्विलांस को और बेहतर किया जाएगा। 7 से 16 सितंबर तक प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे व स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित और कोविड के लक्षण वाले लोगों की पहचान करेंगे। अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मानसून के दौरान जनपद मथुरा और फिरोजाबाद में डेंगू फैलने के साथ ही मथुरा में टायफाइड के मामले भी पाए गए हैं, ऐसे में डेंगू के प्रभावी नियंत्रण के लिए संक्रमण प्रभावित क्षेत्र में जल्द से जल्द सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में एक या उससे अधिक डेंगू रोगी पाए जाएंगे, वहां टीम बेजकर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा।