क्या कोरोना वायरस के कारण मां के दूध का रंग हो गया हरा, डॉक्टर भी हुए हैरान

संक्रमितों को कई अन्य लक्षण सामने आने के बाद स्वादहीनता व गंधहीनता जैसे लक्षण भी इसकी पहचान के साथ जोड़े गए, लेकिन अब भी इससे जुड़े नए तथ्य लगातार सामने आ रहे हैं..

Update: 2021-02-13 08:14 GMT

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

जनज्वार। दुनिया में जब से कोविड-19 नाम का वायरस सामने आया है, इसके संक्रमण, प्रसार, लक्षण और प्रभाव को लेकर रोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इस वायरस के सामने आने के शुरुआती दौर में इसके सामान्य लक्षणों, यानि सर्दी-जुकाम, गले में खराश, खांसी व बुखार के आधार पर पहचान की कोशिश की जाती रही।

संक्रमितों को कई अन्य लक्षण सामने आने के बाद स्वादहीनता व गंधहीनता जैसे लक्षण भी इसकी पहचान के साथ जोड़े गए। लेकिन अब भी इससे जुड़े नए तथ्य लगातार सामने आ रहे हैं।

अब कोविड-19 से संक्रमित एक महिला ने दावा किया है कि उसका दूध कोविड-19 इंफेक्शन के बाद हरे रंग का हो गया। महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था और महिला के साथ उसके बच्चे को भी कोरोना संक्रमण हो गया था।

मिरर वेबसाइट में प्रकाशित खबर के अनुसार 23 वर्षीय अन्ना कॉर्टेज हाल ही में मां बनी हैं। बच्चे को जन्म देने के कुछ दिन बाद ही अन्ना कॉर्टेज कोरोना वायरस से संक्रमित हो गईं। उनके बच्चे को भी कोरोना का संक्रमण हो गया।

मेक्सिको के मॉन्टेरे में रहने वाली अन्ना ने बाताया कि डिलीवरी के कुछ दिन बाद उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ था। इस दौरान जब वह अपनी नवजात बच्ची को दूध पिला रहीं थीं तो उन्होंने महसूस किया कि उनके दूध का रंग बदल गया है। यह अब हल्के हरे रंग का हो गया है। इसे देख वे काफी परेशान हो गईं।

उन्होंने तुरंत अस्पताल में संपर्क किया और वहां डॉक्टरों को यह बात बताई। डॉक्टरों ने उसकी और बच्ची की कोरोना जांच कराई। पता चला कि अन्ना के दूध की वजह से बच्ची को भी कोरोना का संक्रमण हो गया है।

वैसे कोरोना संक्रमण के लक्षणों के इलाज के बाद अन्ना और उनकी बच्ची ठीक हो गईं। हैरानी की बात यह हुई कि ठीक होते ही उनके दूध का रंग फिर से सामान्य हो गया। यह बात डॉक्टरों के लिए भी हैरानी भरी और नई बात थी।

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना निगेटिव होने के दो दिन बाद अन्ना के दूध का रंग वापस सामान्य रूप में आ गया। अन्ना की डॉक्टर ने बताया कि यह संभव है कि दूध का रंग बदल जाए. लेकिन यह कोई घबराने वाली बात नहीं है। अब उनका दूध उनकी बच्ची के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है।

डॉक्टर ने बताया कि जब शरीर में मौजूद एंटीबॉडीज संक्रमण से लड़ती हैं तो इस तरह के बदलाव संभावित होते हैं। इसमें दूध का रंग बदलना संभव है।

वहीं डायटिशियन का मानना है कि महिला के खान-पान की वजह से उसके दूध का रंग बदला होगा। हालांकि जब अन्ना कॉर्टेज ने कहा कि उसने डॉक्टरों के हिसाब से बताए गए आहार चार्ट का पालन किया है तो डायटीशियन भी हैरान रह गईं।

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