रामदेव पर कार्रवाई के लिए गुजरात के डॉक्टरों ने पुलिस से किया संपर्क, पुलिस ने कहा- हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर

पुलिस उपायुक्त रवींद्र पटेल ने कहा कि 'उन्होंने जो मुद्दा उठाया है, वह हमारे क्षेत्राधिकार के बाहर है।' उन्होंने कहा कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है.....

Update: 2021-06-01 10:51 GMT

(एलोपैथी बनाम बाबा आयुर्वेद : विवादित बयानों से मुसीबत में घिरे बाबा रामदेव)

अहमदाबाद। आधुनिक चिकित्सा पद्धति और उसके चिकित्सकों के विरुद्ध कथित रूप से अपमाननजक टिप्पणियां करने को लेकर योग गुरु रामदेव मुसीबतों में घिर गए हैं। गुजरात में डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाले अहम संगठनों ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए सोमवार 31 मई को यहां अहमदाबाद पुलिस से संपर्क किया।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की गुजरात इकाई और अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन के वरिष्ठ डॉक्टरों एवं पदाधिकारियों ने नवरंगपुरा पुलिस को अलग-अलग आवेदन दिए तथा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

एलोपैथी और टीकों के खिलाफ टिप्पणियां कर रामदेव विवादों में घिर गए हैं। दोनों ही संगठनों ने पुलिस से रामदेव के विरुद्ध महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की अपील की।

पुलिस ने कहा कि उसे डॉक्टरों से ज्ञापन मिले हैं। पुलिस उपायुक्त (जोन-1) रवींद्र पटेल ने कहा, 'उन्होंने जो मुद्दा उठाया है, वह हमारे क्षेत्राधिकार के बाहर है।' उन्होंने कहा कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है।

बता दें कि बाबा रामदेव के हाल के दिनों में कई वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें वह कोविड वैक्सीन और एलोपैथी पर आपत्तिजनक बयान देते हुए दिखे थे। 8 मई को रामदेव ने हरिद्वार के योगग्राम में अपने योग शिविर के दौरान कोरोना मरीजों और डॉक्टरों का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि 'लोग ऑक्सीजन के अभाव में मर रहे हैं जबकि भगवान ने मुफ्त में ऑक्सीजन दे रखी है। ऑक्सीजन की कमी पड़ गई है, भगवान ने सारा ब्रह्मांड भर रखा है ऑक्सीजन से, सही से ले तो ले बावड़े।'

इस वायरल वीडियो में रामदेव इतने पर ही नहीं रुके। वो आगे कहते हैं कि 'बाहर सिलेंडर-सिलेंडर करते फिर रहे हैं। दोनों नाकों को पकड़ कर वो कहते हैं कि ये सिलेंडर देखो हुंह, सिलेंडर कम पड़ गए।' इसके बाद रामदेव ने एक बार फिर सनसनीखेज दावा करते हुए कह दिया है की 'जिनका ऑक्सीजन लेवल 70-80 तक आ गया था, मैंने उन्हें अनुलोम विलोम और योगाभ्यास से ठीक कर दिया।'

इसके बाद जब रामदेव विवादों में घिरे तो उन्होंने धार्मिक चैनल आस्था पर प्रसारित अपने एक कसरती वीडियो में माफी मांगने की जगह जमकर डॉक्टरों का मजाक उड़ाया था। इस वीडियो में रामदेव कहते हैं 'डॉक्टर बनना है तो मुझ सा बन, जिसके पास कोई डिग्री नहीं है और सारे इलाज हैं।' रामदेव कहते हैं कि फलाने ने कहा मुझे डॉक्टर बनना है। टर बनना है, टर.. टर..टर, डॉक्टर। स्वामी रामदेव ने अगले ही पल कहा कि '1000 डॉक्टर डबल वैक्सीन लगवाने के बाद भी मर गए।'

हालांकि जब बवाल काफी आगे बढ़ गया और आईएमए ने बाबा रामदेव के खिलाफ डॉ. हर्षवर्धन से यह कहते हुए कार्रवाई की मांग की कि या तो आधुनिक चिकित्सा सुविधा को स्वीकार करिए या बाबा रामदेव पर कार्रवाई करिए। फिर डॉ. हर्षवर्धन को अपने ट्वीट में कहना पड़ा- संपूर्ण देशवासियों के लिए कोविड 19 के खिलाफ़ दिन-रात युद्धरत डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं। बाबा रामदेव जी के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर,देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई। मैंने उन्हें पत्र लिखकर अपना आपत्तिजनक वक्तव्य वापस लेने को कहा है।

इसके बाद बाबा रामदेव ने भी डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर माफी मांगी थी। हालांकि बाबा रामदेव उसके बाद भी लगातार एलोपैथी और आधुनिक चिकित्सा सुविधा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। वह अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर अब भी डॉक्टरों को निशाना बना रहे हैं। 

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