Health Index : नीति आयोग ने जारी किया हेल्थ इंडेक्स, उत्तर प्रदेश की हालत सबसे खराब-केरल फिर नंबर वन
Health Index : हेल्थ इंडेक्स के मुताबिक स्वास्थ्य सेवाएं देने के मामले में केरल देश में पहले नंबर पर है जबकि दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है। वहीं सबसे आखिरी में उत्तर प्रदेश और बिहार हैं....
Health Index : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना मैनेजमेंट को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Govt) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की समय-समय पीठ थपथपाते रहे हैं, साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम को 'अभूतपूर्व' बताते रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के क्या असल हालात हैं इसकी पोल नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में खुल गई है। नीति आयोग ने सोमवार 27 अगस्त को हेल्थ इंडेक्स जारी किया है। इसमें दक्षिण राज्य जहां टॉप में हैं वहीं उत्तरी राज्यों की हालत खराब है। हेल्थ इंडेक्स (Health Index) के मुताबिक उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के मामले सबसे खराब है।
हेल्थ इंडेक्स के मुताबिक स्वास्थ्य सेवाएं देने के मामले में केरल (Kerala) देश में पहले नंबर पर है जबकि दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है। वहीं सबसे आखिरी में उत्तर प्रदेश और बिहार हैं। इस इंडेक्स में उत्तर प्रदेश का 19वां नंबर है तो बिहार 18वें नंबर पर है।
हेल्थ इंडेक्स के लिए 2019-2020 को रिफरेंस ईयर लिया गया है। ये लगातार चौथा राउंड रहा जब केरल नंबर वन रहा है। इससे पहले 2015-16, 2017-18 और 2018-19 में भी केरल पहले नंबर पर था। हेल्थ इंडेक्स में छोटे राज्यों में मिजोरम पहले पायदान पर रहा जबकि दूसरे नंबर त्रिपुरा और नागालैंड सबसे आखिरी पायदान पर रहा। वहीं केंद्र शासित प्रदेशों में दादरा नगर हवेल पहले और चंडीगढ़ दूसरे नंबर पर है। दिल्ली पांचवें नंबर पर है। ओवरऑल परफॉर्मेंस में दिल्ली की रैंक नीचे रही लेकिन इंक्रिमेंटल परफॉर्मेंस में दिल्ली की रैंक सुधरी है।
नीति आयोग के मुताबिक हेल्थ इंडेक्स के लिए 4 राउंड का सर्वे किया गया था और इसके हिसाब से स्कोरिंग की गई थी। चारों राउंड में केरल शीर्ष पर रहा है। केरल ओवरऑल स्कोर 82.20 रहा। वहीं दूसरे नंबर तमिलनाडु का स्कोर 72.42 रहा। हेल्थ इंडेक्स में सबसे कम 30.57 स्कोर उत्तर प्रदेश का रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान सबसे खराब परफॉर्म करने वाला राज्य रहा। उसकी रैंक ओवरऑल परफॉर्मेंस और इंक्रिमेंटल परफॉर्मेंस में नीचे रही। हेल्थ इंडेक्स मुख्य तौर पर तीन इंडिकेटर पर तैयार किया गया है।