Health Tips In Hindi: दोनों हाथों में ब्लड प्रेशर का अलग अलग माप हार्ट और किडनी के लिए हो सकता है घातक और जानलेवा : एक्सपर्ट का दावा
Health Tips In Hindi: हाथ में अलग-अलग बीपी की माप किडनी और हार्ट के लिए बेहद नुकसानदेह हो सकती है। ब्लड प्रेशर पर हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर दोनों हाथ के रक्तचाप में असमानता पाई जाती है, तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है...
Health Tips In Hindi: क्या आपने कभी सोचा है कि ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) की माप दोनों हाथ में अलग-अलग भी हो सकती है। ये सुनकर आपको थोड़ा आश्चर्य जरूर हो रहा होगा, लेकिन यह सच है. अगर दोनों हाथों के ब्लड प्रेशर की माप में मामूली अंतर होता है, तो कोई खास फर्क नहीं पड़ता, लेकिन अगर अंतर बहुत ज्यादा है, तो यह खतरे की घंटी से कम नहीं होता है।
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक डॉ मार्टिन स्कर (Martin Scurr) कहते हैं कि हमारे शरीर की रचना इस तरह से हुई है कि हमारे दांये हाथ के ब्लड प्रेशर की माप बाएं हाथ की तुलना में पांच प्वाइंट अधिक हो सकती है। दांये हाथ में जो खून का बहाव है, वह सीधा बायीं धमनी (Aorta) से आता है। एऑर्टा शरीर की मुख्य धमनी है, जो हार्ट से ऑक्सीजन युक्त ब्लड लेकर आती है। बांये हाथ में खून पहुंचने से पहले दो मुख्य धमनी के सहारे खून का बहाव दिमाग की ओर होता है। दिमाग में खून पहुचने के बाद ही शरीर के अन्य भागों में पहुंचता है और यही कारण है कि बाये हाथ तक खून के बहाव में दबाव कम हो जाता है।
कितना होता है किडनी और हार्ट पर सीधा असर
डॉ मार्टिन स्कर कहते हैं कि किसी व्यक्ति के दोनों हाथों में अगर बीपी (Blood Pressure) की माप में थोड़ा-बहुत अंतर ही आता है, तो कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन अगर ज्यादा है, तो यह कई बीमारियों का कारण भी हो सकता है। स्कर कहते हैं कि आमतौर पर दोनों हाथों के बीपी में 10 प्वाइंट का अंतर 4 प्रतिशत लोगों में हो सकता है, जबकि 11 प्रतिशत लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं। वहीं बीपी में अंतर ज्यादा पाया जाता है, तो यह किडनी और हार्ट खराब होने के पूर्व संकेत हो सकते हैं। जहाँ किडनी एक तरफ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करती है, दूसरी ओर ब्लड प्रेशर ज्यादा होने से खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है, जो धमनियों में खून के संचार को रोकता है. इससे हार्ट में खून का बहाव कम हो सकता है।
जांच करने पर सामने आए लक्षण
अमेरिका के मैसचूसिट्स हॉस्पिटल में जब इस विषय को लेकर 40 साल से ज्यादा उम्र के 3400 मरीजों की जांच की गई, तो उन लोगों में पहले से दिल के रोग के कोई लक्षण मौजूद नहीं थे। जांच में एक बाजू और दूसरी बाजू में सिस्टॉलिक ब्लड प्रेशर में 5 का अंतर पाया गया। लेकिन इनमें से 10 पर्सेंट लोगों में यह अंतर 10 से ज्यादा पाया गया। 13 साल तक इन लोगों की निगरानी की गई। 10 से ज्यादा अंतर वाले 38 फीसदी लोगों में हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक और दिल की बीमारी के लक्षण पाए गए। हाइपरटेंशन के मरीजों में अगर दोनों बाजुओं के ब्लड प्रेशर का अंतर 10 या इससे ज्यादा हो तो उन्हें हार्ट अटैक का खतरा रहता है।
क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह
ब्रिटिश हर्ट फॉउंडेशन में हुए शोध के प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर क्लार्क सलाह देते हैं कि उच्च रक्तचाप के ऐसे मरीज, जो अपने घर पर ही रक्त चाप की जांच करते हैं, उन्हें अपने डॉक्टरों की सलाह माननी चाहिए।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा, "अगर रक्तचाप का इलाज चल रहा है और उनके दोनों हाथ के रक्त चाप में अधिक अंतर है तो उनके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि उनका इलाज उनके भविष्य के आकलन को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।"
जांच से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ बातें-
- - बीपी की जांच कराने से आधा घंटा पहले वाइन और निकोटिन का सेवन बिल्कुल नहीं करे।
- - रक्त चाप नापते समय आराम से सीधे बैठ जाएं और कुछ मिनटों के लिए पैर सीधे रखें।
- - बाजू के ऊपरी हिस्से पर पट्टी बांध लें और मशीन के इंस्ट्रक्शन के अनुसार बीपी जांच करें।
- - ब्लड प्रेशर नापते समय बाजू कोहनी के सहारे ऐसे रखें कि यह हार्ट के लेवल पर आ जाए।