Monkeypox Cases : कोरोना से पीछा छूटा नहीं, पैर पसारने लगा मंकी पॉक्स, जानें इस बीमारी के बारे में
Monkeypox Cases : पहली बार मंकी पॉक्स (Monkeypox Cases) नाम की यह बीमारी 1970 में एक बंदर के भीतर पाई गई थी जिसके बाद यह दस अफ्रीकी देशों में फैल गई थी....
Monkeypox Cases : ब्रिटेन में इन दिनों मंकी पॉक्स नाम की बीमारी तेजी से अपने पैर पसार रही है। यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के मुताबिक अबतक सात लोगों में यह संक्रमण पाया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस सप्ताह संक्रमित चारों मरीज खुद को गे या बायसेक्शुअल आइडेंटिफाई करते हैं। इसे देखते हुए विशेषज्ञों ने गे पुरुषों आगाह भी किया है।
मंकी पॉक्स वायरस के कारण यह बीमारी होती है। यह वायरस स्माॉल पॉक्स यानी चेचक के वायरस के परिवार का ही सदस्य है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह इन्फेक्शन ज्यादा गंभी नहीं है और इसके फैलने की दर भी काफी कम है। मंकी पॉक्स मध्य और पश्चिम अफ्रीकी देशों के कुछ इलाकों में पाया जाता है। इसकी दो मुख्य स्ट्रेंस भी हैं- पश्चिम अफ्रीकी और मध्य अफ्रीकी।
पहली बार मंकी पॉक्स (Monkeypox Cases) नाम की यह बीमारी 1970 में एक बंदर के भीतर पाई गई थी जिसके बाद यह दस अफ्रीकी देशों में फैल गई थी। साल 2003 में अमेरिका में इसका पहला मामला सामने आया था। 2017 में नाइजीरिया में मंकी पॉक्स का सबसे बड़ा आउटब्रेक हुआ था जिसके 75 मरीज पुरुष थे। ब्रिटेन में इसके मामले पहली बार साल 2018 में सामने आया था।
विशेषज्ञ मानते हैं कि मंकी पॉक्स संक्रमित व्यक्ति के करीब जाने से फैलता है। यह वायरस मरीज के घाव से निकलकर आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है। यह संक्रमित बंदर, गिलहरी या मरीज के संपर्क में आए बिस्तर और कपड़ों से भी फैल सकता है।
यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि मरीजों में मंकी पॉक्स कैसे फैला इसकी जांच की जा रही है। इस सप्ताह मिले चारों मरीज पुरुष हैं और इनमें से तीन लंदन और एक उत्तर पूर्वी इंग्लैंड का है। कहा जहा रहा है कि इनमें से किसी ने भी हाल में अफ्रीकी देशों की यात्रा भी नहीं की है।
इन सभी ने खुद को गे या बायसेक्शुअल आइडेंटिफाई किया है जिसका मतलब कि इन पुरुषों ने पुरुषों के साथ संबंध बनाए हैं। हालांकि अबतक मंकी पॉक्स (Monkeypox Cases) को यौन संबंधित बीमारी नहीं माना गया है। फिर भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गे और बायसेक्शुअल पुरुषों को चेतावनी दी है कि वे कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत सेक्शुअल हेल्थ चेकअप कराएं।
यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के मुताबिक मंकी पॉक्स के शुरुआत लक्षण बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमर दर्द, कंपकंपी होना, थकान सूजी ग्रंथियां हैं। इसके बाद चेहरे पर एक तरह के दाने उभरने लगते हैं जो शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकते हैं। संक्रमण के दौरान यह दाने कई बदलावों से गुजरते हैं और आखिर में पपड़ी बनकर गिर जाते हैं।