UP : इलाहाबाद में डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह चढ़ा दिया मौसमी का जूस, मरीज की मौत

prayagraj Crime News : प्रयागराज के सोहबतियाबाग निवासी सौरभ त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि उसके बमरौली निवासी बालू ठेकेदार जीजा की मौत बमरौली के एक निजी अस्पताल में गलत प्लेटलेट्स चढ़ाने से हुई है।

Update: 2022-10-20 06:48 GMT

यूपी के इलाहाबाद में डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह चढ़ा दिया मौसमी का जूस, मरीज की हुई मौत  

prayagraj Crime News : संगम नगरी प्रयागराज  ( Prayagraj ) में डेंगू मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा जारी है। डेंगू ( dengue ) की मरीजोें की वजह से इलाहाबाद में ( Allahabad )  तिमारदारों को डेंगू के प्लेटलेट्स नहीं मिल रहे हैं। इस बीच डेंगू प्लेटलेट्स के नाम पर इलालाबाद यानि प्रयागराज से एक शर्मसार करने की घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल एक ट्विट के मुताबिक मरीज की मौत प्लेटलेट्स के बदले मौसमी का जूस चढ़ाने की वजह से मरीज की मौत हुई है। आरोप लगाया जा रहा है कि तथाकथित रूप से डेंगू के एक मरीज को निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने मौसमी का जूस चढ़ा दिया है। जानकारी मुताबिक उक्त मरीज की मौत हो गई है। हालांकि, इस बात की अभी किसी ने आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है कि सच क्या है?

फिलहाल, प्रयागराज ( Prayagraj ) में डेंगू ( Dengue ) के जिस मरीज की मौत हुई है वो बालू का ठेकदार बताया जा रहा है। हिन्दुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक बुधवार को सोहबतियाबाग निवासी सौरभ त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि उसके बमरौली निवासी बालू ठेकेदार जीजा की मौत बमरौली के एक निजी अस्पताल में गलत प्लेटलेट्स चढ़ाने से हुई है।

सौरभ का आरोप है कि उसने जार्जटाउन थाने में भी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। सौरभ का कहना है कि उसकी बहन की शादी तीन साल पहले बमरौली निवासी प्रदीप पांडेय के साथ हुई। कुछ दिन पहले प्रदीप की तबीयत बिगड़ी तो उसे बमरौली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसे प्लेटलेट्स की जरूरत बताई गई। प्लेटलेट्स नौ हजार पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन से लोगों ने प्लेटलेट्स दिलाने का दावा किया।

इस मामले में आरोप यह है कि प्रदीप के परिजनों से पांच हजार रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से प्लेटलेट्स दी। तीन यूनिट चढ़ने के बाद प्रदीप की हालत बहुत खराब हुई तो परिवार वाले जार्जटाउन के एक अस्पताल में लाए, जहां जांच के बाद मालूम चला कि प्रदीप की नसें फट गईं और खून जम गया है। यही प्रदीप की मौत हो गई।

पुलिस ने पूछताछ के लिए दो उठाया

जानकारी के मुताबिक प्रदीप की तीन माह की बेटी कावेरी भी डेंगू से पीड़ित होने के कारण सिविल लाइंस के एक अस्पताल में भर्ती है। प्रदीप की पत्नी के भाई सौरभ का दावा है कि एक यूनिट प्लेटलेट्स उनके पास है, जो एकदम पतली है, जिसकी वो जांच कराएंगे। जो प्लेटलेट्स दी गई है, उस पर पर्ची एसआरएन अस्पताल की है। सौरभ तिवारी के आरोप पर पुलिस ने दो लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है। सौरभ तिवारी के आरोपों के आधार पर प्रयागराज पुलिस ने प्रदीप की मौत गलत प्लेटलेट्स से हुई है या नहीं, इसकी जांच शुरू कर दी है।

प्लेटलेट्स के दलाल कर रहे जान से खिलवाड़

Prayagraj Crime News : डेंगू ( Dengue ) की वजह से इलाहाबाद ( Allahabad ) के लोगों में खौफ का माहौल है। डेंगू प्लेटलेट्स की मांग ने सबकी चिंता बढ़ा दी है। दूसरी तरह प्लेटलेट्स की कमी का बेजा लाभ उठाकर इसके दलाल लोगों की जान से खेल रहे हैं। मीडिया से बातचीत में इलाहाबाद नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.सुशील सिन्हा का कहना है कि बीमार होने पर रजिस्टर्ड डॉक्टर के पास ही जाना उचित है। साथ ही प्लेटलेट्स खरीदें नहीं, ब्लड बैंक से जाकर खुद लें। किसी भी ब्लड बैंक में ऐसा नहीं हो सकता। वहीं इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुबोध जैन का कहना है कि एएमए, बेली, एसआरएन और कॉल्विन के ब्लडबैंक से लोग प्लेटलेट्स लें। इस प्रकरण में एसआरएन की फर्जी स्लिप लगाने की बात कही जा रही है। लोगों को चाहितए कि वो बिचौलियों पर भरोसा न करें। खुद मौके पर जाएं और अपने सामने ही ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स लें। 

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