सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला का कोरोना की वैक्सीन तैयार करने का दावा, भारत से पहले दुनिया में चर्चा

दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के शोध एवं दावों पर लंबे समय से अमेरिका में गौर किया जा रहा है, हालांकि भारत में उसकी चर्चा कम रही है...

Update: 2020-08-02 08:52 GMT

अदार पूनावाला. 

जनज्वार। सीरम इंस्टीट्यूट के चीफ एक्जीक्यूटिव अदार पूनावाला ने कोरोना वायरस की वैक्सनी बनाने का दावा किया है। अदार पूनावाला ने कहा है कि उन्हें इसके लिए ट्रायल व सरकारी एजेंसियों के स्वीकृति की जरूरत है। सीरम इंस्टीट्यूट के कोरोना वायरस पर काम की देश के अंदर भले ही कम चर्चा होती रही हो लेकिन विदेश में वे इसके लिए वह लंबे समय से चर्चा में रहा है। इसके लिए अदार पूनावाला के टीवी इंटरव्यू भी हुए हैं और अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार द न्यूयार्क टाइम्स ने भी उनके दावों को गंभीरता से जगह दी है।

अदार पूनावाला का कहना है कि वे बेहद कम कम कीमत पर कोरोना वैक्सीन का उत्पाद बडे पैमाने पर कर सकते हैं। उनके अनुसार, उनके पास कोरोना वैक्सीन के लिए देश-विदेश से नेताओं के फोन आ रहे हैं, लेकिन उन्हें यह समझाना पड़ता है कि वे उन्हें अभी ऐसे ही वैक्सीन नहीं दे सकते हैं। उन्होंने कहा है कि मंजूरी के बाद वे भारत व दुनिया के अन्य गरीब देशों के लिए 50-50 प्रतिशत कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करेंगे।

39 वर्षीय अदान पूनावाला ने कहा है कि उनकी कंपनी प्रति मिनट 500 डोज वैक्सीन का तैयार कर सकती है। अदार पूनवाला ने कहा है कि वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए उन्हें लाइसेंस जल्द मिलने की उम्मीद है। इसके बाद तीन फेज में ह्यूमन ट्रायल शुरू किया जाएगा।

सीरम इंस्टीट्यूट को कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड  यूनिवर्सिटी ने चुना है। एस्ट्रोजेनेका एक ब्रिटिश फर्म है। एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन के परीक्षण के आशाजनक नतीजे भी आ रहे हैं। एस्ट्राजेनेका को वैक्सीन विकसित करने में सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया का भी पूरा साथ मिल रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कंपनी है।

यह कंपनी प्रति वर्ष डेढ अरब वैक्सीन डोज तैयार करती है, जिसमें पोलिया, मिजल्स सहित कई दूसरी बीमारियों के टीके शामिल हैं। 

सीरम इंस्टीट्यूट की स्थापना 1966 में अदार पूनावाला के पिता डाॅ साइरस पूनावाला ने की थी। उन्होंने पहले 1967 में टेटनेस की वैक्सीन बनाई। फिर सांप के विष से की वैक्सीन बनाई। इसके बाद उन्होंने लैबोरेटरी ने टीबी, हेपेटाइटिस, पोलियो, फ्ल जैसी बीमारियों का वैक्सीन तैयार किया। उन्होंने वैक्सीन उत्पादन का पूरा इंपायर खड़ा किया।

अदार पूनावाला अपनी पिता की इकलौती संस्थान हैं और वे वैक्सीन के क्षेत्र में अपने पिता के काम को आगे बढा रहे हैं।

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