Uttar Pradesh News : झोलाछाप डॉक्टर ने फर्श पर लिटाकर किया महिला का ऑपरेशन, मौत के बाद भड़के परिजनों का हंगामा
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में अखंडनगर क्षेत्र के एक क्लीनिक में झोलाछाप डॉक्टरों ने एक महिला को फर्श पर लिटाकर उसकी बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया, ऑपरेशन के दौरान ही महिला की मौत हो गई...
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में अखंडनगर क्षेत्र के एक क्लीनिक में बीते बृहस्पतिवार की रात झोलाछाप डॉक्टरों ने एक महिला को फर्श पर लिटाकर उसकी बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के दौरान ही महिला की मौत हो गई। इसके बाद आरोपी क्लीनिक छोड़कर फरार हो गए। महिला की मौत से नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस मामले में डीएम ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने मृत महिला के पति की तहरीर पर आरोपी समेत दो के खिलाफ केस दर्ज किया है।
डॉक्टर ने बताई बच्चेदानी में सूजन की शिकायत
दोस्तपुर क्षेत्र के बिरईपुर भटपुरा निवासी सभाजीत निषाद की पत्नी उर्मिला देवी (45 वर्ष) का स्वास्थ्य खराब था। सभाजीत ने 2 दिन पहले पत्नी उर्मिला को संदीप विश्वकर्मा निवासी उडुरी की कमिया चौराहे के पास खुली एक क्लीनिक पर दिखाया था। संदीप ने बताया था कि उर्मिला की बच्चेदानी में सूजन है। उसका ऑपरेशन करना पड़ेगा।
फर्श पर लिटाकर कर दिया बच्चेदानी का ऑपरेशन
बीते गुरूवार की शाम उर्मिला को लेकर उसका पति क्लीनिक पर पहुंचा और भर्ती करा दिया। सभाजीत के मुताबिक उसकी पत्नी को रात करीब साढ़े नौ बजे संदीप विश्वकर्मा, नीलम, एसएन पाल और आरपी प्रजापति उसे कमरे में ले गए और फर्श पर लिटाकर बच्चेदानी का ऑपरेशन कर डाला। उर्मिला की हालत बिगड़ने पर नीलम, एसएन पाल और आरपी प्रजापति मौके से फरार हो गए, जबकि संदीप क्लीनिक पर ही रुका रहा। संदीप ने परिजनों को बताया कि ऑपरेशन हुआ है। मरीज को कमरे से बाहर निकालने में कुछ घंटे लगेंगे। रात करीब डेढ़ बजे संदीप कुछ दवा लाने की बात कहते हुए क्लीनिक से बाहर निकल गया।
ऑपरेशन के दौरान हुई महिला की मौत
काफी देर तक जब संदीप नहीं लौटा तो परिजन कमरे में पहुंचे, जहां उर्मिला फर्श पर मृत पड़ी थी। यह देख परिजनों में कोहराम मच गया। शुक्रवार की सुबह 6:00 बजे परिजनों ने क्लीनिक पर काम शुरू कर दिया। परिजन उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। इसकी सूचना मिलने पर डीएम रवीश गुप्ता ने सीएमओ के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को जांच के आदेश दिए।
क्लिनिक नहीं है पंजीकृत
आनन-फानन में सीएमओ डॉ. डीके त्रिपाठी ने पांच डॉक्टरों की टीम गठित की। सीएचसी अधीक्षक समेत पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार को एसके क्लीनिक पर पहुंच गई। जांच टीम को क्लीनिक का कोई लाइसेंस नहीं मिला और न ही आरोपी संदीप ही मिला। क्लीनिक पर बैठने वाले किसी के पास कोई डिग्री भी नहीं है। पूरा क्लीनिक खाली था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।