हाथरस गैंगरेप : पुलिस ने परिजनों की बिना मर्जी के जलाई पीड़िता की लाश तो भड़क गया दलित समुदाय, सफाईकर्मियों की हड़ताल
गैंगरेप की शिकार दलित युवती का परिवार की मर्जी के बगैर दाह संस्कार होने के कारण दलित समुदाय भड़क उठा है। इसी के बाद सफाई मजदूर संघ ने सफाई का काम बंद करने का ऐलान कर दिया....
जनज्वार। योगीराज में हाथरस जिले में गैंगरेप पीड़ित दलित लड़की की मौत के बाद तनाव व्याप्त है। पुलिस ने परिवार की मर्जी के बगैर पीड़िता की लाश तक न दिखाकर रात को ही उसका अंतिम संस्कार करा दिया। सोशल मीडिया पर पीड़िता की मां और भाई का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो चीख—चीखकर कह रहे हैं कि किस तरह पीड़िता की लाश गायब कर दी गयी और हाथरस लाने के बाद उन्हें उसकी शक्ल तक नहीं देखने दी गयी। इसी से हाथरस में दलित समुदाय आक्रोशित होकर प्रदर्शन करने लगा तो पुलिस ने उस पर डंडे बरसाये।
हालांकि अब काफी हो—हल्ले के बाद पीएम मोदी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए सीएम आदित्यनाथ से बात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। योगी के मंत्री भूपेंद्र चौधरी जब पीएम मोदी के निर्देश के बाद जब हाथरस पहुंचे तो उन्हें स्थानीय लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। गैंगरेप की शिकार दलित युवती का परिवार की मर्जी के बगैर दाह संस्कार होने के कारण दलित समुदाय भड़क उठा है। इसी के बाद सफाई मजदूर संघ ने सफाई का काम बंद करने का ऐलान कर दिया।
हाथरस के तालाब चौराहे पर पुलिसवालों द्वारा जबरन दाह संस्कार कराने के इस मामले में विपक्ष भी योगी सरकार पर हमलावर हो चुका है। घटना से आक्रोशित वाल्मीकि समाज के लोगों ने हाथरस में पुलिस पर पथराव भी किया और पुलिस ने पत्थरबाजी कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया।
पुलिस से हुई झड़प के दौरान लोगों ने दुकानों के शटर गिरा दिए। मृतका के परिवार को इंसाफ की मांग करते हुए दलित समाज ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। कोतवाली सदर इलाके के तालाब चौराहा सासनी गेट पर भीड़ ने पुलिस पर जमकर पथराव किया तो पुलिस ने गुस्साई भीड़ पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोगों को चोटें भी आईं।
अलीगढ़ में भी दलित समुदाय के बीच हाथरस गैंगरेप कांड को लेकर भारी उबाल है। यहां भी सफाई मजदूर संघ ने विरोध के तौर पर आंदोलन शुरू कर दिया है। शहर के अंदर सफाई के काम को रोकने का ऐलान करते हुए सभी सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। हाथरस में दलित युवती के साथ हुई दरिंदगी के बाद हालांकि पूरे देशभर में आंदोलन शुरू हो चुके हैं।
लोगों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की एसआईटी जांच का आदेश दे दिया है। एसआईटी एक हफ्ते के अंदर इस मसले पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।