निज़ामाबाद की जर्जर सड़कों के निर्माण के लिए किसान यूनियन का तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन, सैकड़ों लोग हुए शामिल
यूपी के मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त हो गई हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि निज़ामाबाद में गड्ढों में सड़कें हैं। एक्सप्रेसवे-फोर लेन सड़कों को विकास बताने वाली सरकार बताए कि कृषि प्रधान देश के किसानों को क्या हक़ नहीं की वो बेहतर सड़कों पर चलें...
निजामाबाद। निज़ामाबाद क्षेत्र की तेरह जर्जर सड़कों और सीवर लाइन के निर्माण के लिए सैकड़ों की संख्या में किसान यूनियन के नेताओं ने निज़ामाबाद तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। बड़ी संख्या में पहुंची जमालपुर मुसहर बस्ती की महिलाओं ने सालों पुराने आवासीय पट्टे पर कब्ज़ा कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने निज़ामाबाद की जर्जर सड़कों का निर्माण कराओ, सड़कों का निर्माण क्यों नहीं जवाब दो, जमालपुर के मुसहर समाज के पट्टों पर कब्ज़ा कराओ, जब तक दुखी किसान रहेगा धरती पर तूफान रहेगा, लड़ेंगे जीतेंगे जैसे नारे लगाए गए।
सोशलिस्ट किसान सभा महासचिव राजीव यादव और पूर्वांचल किसान यूनियन महासचिव वीरेंद्र यादव ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त हो गई हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि निज़ामाबाद में गड्ढों में सड़कें हैं। एक्सप्रेसवे-फोर लेन सड़कों को विकास बताने वाली सरकार बताए कि कृषि प्रधान देश के किसानों को क्या हक़ नहीं की वो बेहतर सड़कों पर चलें। जन प्रतिनिधियों और आला अधिकारियों पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि क्या वह इन सड़कों पर नहीं चलते हैं। किसान नेताओं ने कहा कि निज़ामाबाद तहसील की कई सड़कों के टेंडर होने की खबरें आईं और नापी भी हुई लेकिन सड़कें नही बनी। ग्रामीणों का कहना है कि भ्रष्टाचार के चलते सड़कों का निर्माण नही हुआ।
सोशलिस्ट किसान सभा, पूर्वांचल किसान यूनियन, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम), खेती किसानी बचाओ अभियान द्वारा निज़ामाबाद के त्रिमुहानी से शेरपुर तिराहा निज़ामाबाद, लाहीडीह, यादव बाज़ार, फुटहिया गोदाम, कौड़िया, मुड़ियार होते हुए माहुल, मुड़ियार से ऊटमां, शीतला मंदिर से कुंवर नदी, खपड़ा गांव से मुस्लिम पट्टी, लाहीडीह से निआऊज, खुटिया गांव से बनकट, श्रीनगर गांव से डोडोपुर तक की सड़कों के निर्माण की मांग की गई। लाहीडीह, मुड़ियार और मस्जीदिया में सीवर लाइन की भी मांग की गई। सड़क बनवाने की मांग के साथ बड़ी संख्या में त्रिमुहानी, कौड़िया और जमालपुर गांव से ग्रामीण निज़ामाबाद तहसील मुख्यालय पहुंचे।
जमालपुर से पहुंची मुसहर समाज की गीता ने कहा कि ग्यारह भूमिहीन परिवारों को सालों पहले पट्टा मिला, लेकिन आजतक कब्ज़ा नहीं मिला। महीनेभर पहले एसडीएम साहब ने कार्यवाई करने को कहा था, लेकिन आज तक कार्यवाई नहीं हुई। हम भूमिहीन लोग अपने बच्चों और बूढ़े मां-बाप को लेकर बगैर आवास के जीने पर मजबूर हैं।
किसान संगठनों के प्रदर्शन में एनएपीएम के राज शेखर, सोशलिस्ट किसान सभा प्रभारी निज़ामाबाद श्याम सुंदर मौर्या, कामरेड जितेंद्र हरि पाण्डेय, सोशलिस्ट किसान सभा प्रभारी सगड़ी से नंदलाल यादव, साहबदीन, सुलतान, चन्द्रशेखर मौर्या, सर्वेश शर्मा, प्रियांश मौर्या, जंगल देव, अभिषेक सोनी, इसरावती, नीतू, पिंकी, रामसूरत मौर्या, मेल्हू वनवासी, दुधई, चितई, आदि शामिल थे।