पंजाब में सभी गैर-भाजपा दलों के साथ किसान संगठनों की बैठक, पार्टियों से आंदोलन का समर्थन करने की अपील

करनाल में किसानों का आंदोलन तेज हो चुका है। बड़ी संख्या में किसान करनाल आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। कई राज्यों के विभिन्न जिलों में हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का पुतला दहन किया गया....

Update: 2021-09-10 17:30 GMT

जनज्वार। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से जुड़े पंजाब के 32 किसान संगठनों ने आज आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) लड़ने के इच्छुक सभी गैर-भाजपा राजनीतिक दलों (Non-BJP political parties) की एक बैठक बुलाई। यह बैठक एसकेएम द्वारा सभी राजनीतिक दलों से 288 दिनो से चल रहे किसान आंदोलन के बीच राजनीतिक प्रचार से दूर रहने की अपील करने के बाद बुलाई गई थी।

किसान नेताओं (Farmers Leaders) ने बताया कि बैठक फलदायी रही और राजनीतिक दल किसान संगठनों के दृष्टिकोण से सहमत हुए। आने वाले दिनों में सभी राजनीतिक दल पंजाब में किसान आंदोलन का समर्थन करेंगे और राजनीतिक प्रचार से दूर रहेंगे। समझौते का उल्लंघन करने वालों को किसान विरोधी माना जाएगा और किसान उनका विरोध करेंगे।

उत्तरप्रदेश में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक जो कल लखनऊ में शुरू हुई थी, उसमें 85 किसान संगठन शामिल हुए। बैठक में 27 सितंबर के 'भारत बंद' को व्यापक रूप से सफल बनाने के लिए सभी प्रयास किए जायेंगे। इसकी योजना बनाने के लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर 17 सितंबर को भारत बंद का समर्थन करने वाले सभी किसान और अन्य जन-संगठनों की बैठकें आयोजित की जाएंगी।

किसानों ने प्रेस को जारी एक बयान में बताया कि गन्ना मूल्य और अन्य ज्वलंत स्थानीय मुद्दों, प्रत्येक मंडल में महापंचायतों की तिथि आदि मुद्दों पर संघर्ष के बारे में अन्य सभी निर्णय 27 सितंबर के बाद उत्तर प्रदेश एसकेएम की बैठक में लिए जाएंगे। बैठक में हरनाम वर्मा, डीपी सिंह और तेजिंदर सिंह विर्क की एक 3 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया, यह समिति भारत बंद की गतिविधियों का समन्वय करेगी और बाद में इसका विस्तार किया जाएगा।

इस बीच देशभर के समर्थन से करनाल में किसानों का आंदोलन तेज हो चुका है। बड़ी संख्या में किसान करनाल आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। कई राज्यों के विभिन्न जिलों में हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का पुतला दहन किया गया।

संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल के किसान नेताओं के खिलाफ बार-बार दिए जा रहे अनर्गल बयानों की निंदा की। ग्रेवाल किसानों को गुंडा कह रहे है। कुछ दिन पहले उन्होंने एक महिला पत्रकार के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी की थी। किसानों ने कहा कि इस तरह का व्यवहार भाजपा नेताओं के असली चरित्र को उजागर कर रहा है।

बयान के मुताबिक, राजस्थान में एसकेएम का राज्य सम्मेलन शाहजहांपुर मोर्चा पर आयोजित किया गया। सम्मेलन ने आंदोलन के निर्माण और एसकेएम के संदेश को सभी गांवों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। 27 सितंबर को भारत बंद को सफल बनाने के लिए संयुक्त प्रयास करने का भी निर्णय लिया गया।

इस बीच प्रहार किसान संगठन के 50 किसानों की साइकिल मार्च कल वरुड (महाराष्ट्र)से शुरू होकर मध्य प्रदेश के मुलतापी पहुंची। यह 11 दिवसीय साइकिल मार्च महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से होते हुए 19 सितंबर को गाजीपुर मोर्चा और 20 को सिंघू मोर्चा पर पहुंचेगी।

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