किसान आंदोलन : सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों पर दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
किसान संगठनों ने 14 दिसंबर से देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है, 12 दिसंबर को दिल्ली -जयपुर हाईवे बंद करने और सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने का ऐलान किया है....
नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन अब भी जारी है। किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर महामारी अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक ये किसान पंजाब और हरियाणा से 29 नवंबर को लामपुर बॉर्डर से दिल्ली में आए थे और सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर धरने पर बैठ गए थे, तब से किसान यहां ऐसे ही रोड ब्लॉक कर बैठे हैं। इससे पहले भी पुलिस ने अलीपुर थाने में किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
किसानों के आंदोलन का आज 16वां दिन है। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच पांच राउंड की वार्ता के बावजूद अबतक कोई नतीज नहीं निकल पाया है। अब किसान संगठनों ने 14 दिसंबर से देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है। 12 दिसंबर को दिल्ली -जयपुर हाईवे बंद करने और सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने का ऐलान किया है। वहीं दूसरी ओर किसानों ने मोदी सरकार पर कॉर्पोरेट परस्त होने का आरोप लगाकर देश के सबसे अमीरों में से एक मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के उत्पादों का बहिष्कार करना भी शुरु कर दिया है।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कुछ महीनों से हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं और उन कानूनों को वापस लेने की मांग केंद्र सरकार से कर रहे हैं। किसानों को डर है कि नए कानून की आड़ में निजी क्षेत्र द्वारा उनकी फसलों को कम कीमत पर खरीदा जा सकता है। इसके अलावा न्यूनतम समर्थम मूल्य से भी किसानों को वंचित किया जा सकता है।
इधर, सरकार ने साफ कर दिया है कि वो किसान कानून वापस नहीं लेगी। सरकार ने कहा है कि वो किसानों के हित को देखते हुए कानून में संशोधन कर सकती है।