#FarmersProtest किसान नेताओं की आज भूख हड़ताल, 23 को देश के नागरिकों से अन्न त्यागने की अपील
किसान नेता अब भाजपा के सहयोगी दलों पर इस बात के लिए दबाव बनाएंगे कि वे सरकार को कहें कि वह बिल वापस ले ले। वहीं, किसान संघों ने 23 दिसंबर को किसान दिवस के मौके पर आम लोगों से एक समय का भोजन त्यागने की अपील की है...
जनज्वार। किसान आंदोलन का सोमवार को 26वां दिन है। इस मौके पर किसान आंदोलन में शामिल किसान नेता भूख हड़ताल कर रहे हैं। किसान इस दौरान एनडीए नेताओं की घेराबंदी भी करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस संबंध में कहा है कि मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शन स्थल पर ही भूख हड़ताल करेंगे और एनडीए के सांसदों से संपर्क कर उन्हें सरकार पर कानून को वापस लेने के लिए दबाव बनाने को कहेंगे।
वहीं, 26 व 27 दिसंबर को एनडीए नेताओं से संपर्क कर उन्हें कृषि कानून वापस लेने के लिए दबाव बनाने को कहेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक तीन कानून वापस नहीं हो जाते हैं और एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा है कि 23 तारीख को किसान दिवस के मौके पर किसान आप से आम जनता से एक समय का भोजन ग्रहण नहीं करने की अपील करेंगे और यह आग्रह करेंगे कि किसान आंदोलन को याद करें। राकेश टिकैत ने कहा है कि वे एनडीए के घटक दलों को चिट्ठी लिख कर किसान कानून को वापस लेने के लिए मोदी सरकार पर दबाव बनाने को कहेंगे।
राकेश टिकैट ने कहा कि हमारे लोग बीजेपी व उसके एलायंस के क्षेत्र में जाएंगे और उन्हें चिट्ठी देंगे और पूछेंगे कि आप इस सरकार के इस बिल का समर्थन कर रहे हैं या विरोध। वे जो भी कहेंगे हम उसे उनके क्षेत्र की जनता के सामने ही प्रसारित करेंगे।
राकेश टिकैत ने बताया है कि अब हर दिन 11-11 किसान नेता बारी-बारी से अनशन करेंगे। राकेश टिकैत ने यह भी कहा है कि यह आंदोलन इस पूरे साल यूं ही चलता रहेगा और पूरे देश के किसान इस आंदोलन के समर्थन में खड़े हैं।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेता जगजीत सिंह दालेवाला ने कहा है कि 25 से 27 दिसंबर तक हम हरियाणा में टोल प्लाजा को फ्री करेंगे। साथ ही 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात संबोधन के दौरन हम हर आदमी से अपील करेंगे कि जब तक मोदी कार्यक्रम में बोलें तबतक वे थाली पीट कर विरोध जताएं।