एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध में किसानों ने उठायी आवाज, बोले 'जान दे देंगे मगर जमीन नहीं...'
कृषि प्रधान देश में किसानों का भविष्य पूजीपति तय नहीं करेंगे। सार्वजनिक क्षेत्रों को निजी हाथों में बेचने वाली सरकार को जान लेना चाहिए कि किसान जानता है कि जब सरकार निजी कम्पनियों को हवाई जहाज चलाने का ठेका दे रही है तो उसकी जमीन लेकर उसे पूजीपतियों के हवाले कर देगी...
मंदुरी, आजमगढ़ । किसान एकता समिति, कंधरापुर बलदेव मन्दुरी आजमगढ़ द्वारा सौरा गाव में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध में बैठक आयोजित की गयी। किसान नेताओं द्वारा मांग की गयी कि पंजाब, हरियाणा, हिमांचल प्रदेश,जम्मू कश्मीर में आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है, सरकार तत्काल मदद मुहैया कराए।
किसान नेताओं ने कहा कि किसानों की मांग यूरिया और नहर में पानी है, न कि एयरपोर्ट। किसानों की जमीन छीनने की कोई साजिश कामयाब नहीं होगी। किसानों का ऐलान है कि जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे। बहुफसली उपजाऊ जमीन और हजारों लोगों को बेघर करना विकास नहीं विनाश है। कृषि देश को खाद्यान के साथ सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला क्षेत्र है। किसान जमीर और जमीन के साथ समझौता नहीं करेगा। धरती किसान की मां है, मां को कोई नहीं छीन सकता।
किसान कहते हैं, फर्जी सर्वे, नक़्शे वायरल करने की साजिश हम समझते हैं। कृषि प्रधान देश में किसानों का भविष्य पूजीपति तय नहीं करेंगे। सार्वजनिक क्षेत्रों को निजी हाथों में बेचने वाली सरकार को जान लेना चाहिए कि किसान जानता है कि जब सरकार निजी कम्पनियों को हवाई जहाज चलाने का ठेका दे रही है तो उसकी जमीन लेकर उसे पूजीपतियों के हवाले कर देगी। कम्पनी राज के खिलाफ आज़ाद देश में कम्पनी राज लागू नहीं होने देंगे।
किसान एकता समिति द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता सौरा गांव के श्रीकांत यादव और संचालन महेंद्र यादव ने किया। बैठक को किसान एकता समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, संरक्षक राम सम्हार प्रजापति, किसान नेता राजीव यादव, राजेंद्र यादव, डॉक्टर सुरेशचंद यादव, राम नरायण यादव, डॉक्टर दिनेश यादव, प्रमोद कुमार, हरिलाल, नंदलाल यादव महादेव यादव ने सम्बोधित किया। बैठक में बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।