महाराष्ट्र में आज किसानों की रैली, वहीं दिल्ली के ट्रैक्टर मार्च को मिली सशर्त अनुमति
किसान नेताओं ने गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले लोगों से 24 घंटे के लिए राशन उपलब्ध रखने के साथ ही परेड के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है..
जनज्वार। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों को कुछ शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली की अनुमति मिल गई है। किसानों के आंदोलन का आज 61वां दिन है। इस बीच कृषि कानूनों के विरोध में आज महाराष्ट्र में भी किसानों की एक रैली हो रही है। हालांकि ट्रैक्टर रैली को लेकर मिली सशर्त अनुमति से कुछ किसान संगठन खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि 12 बजे से रैली निकालने का कोई तुक नहीं है।
उधर कृषि कानूनों के खिलाफ आज मुंबई के आजाद मैदान में किसानों की रैली है। इस रैली को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार और महा विकास अघाडी (एमवीए) के कुछ प्रमुख नेता संबोधित करेंगे। शरद पवार के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे भी रैली को संबोधित करेंगे।
वहीं ट्रैक्टर रैली की मिली सशर्त अनुमति पर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा, 'शर्तों के साथ रैली निकालने की बात को हम नामंजूर करते हैं। हमारी पुलिस के साथ फिर बैठक है उसमें तय किया जाएगा कि कौन से रूट पर रैली निकालनी है और कितने बजे रैली निकालनी है। 12 बजे रैली निकालने का कोई तुक नहीं बनता है।'
उधर किसान नेताओं ने गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले लोगों से 24 घंटे के लिए राशन उपलब्ध रखने के साथ ही परेड के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है। किसान नेताओं ने कहा, 'किसी के पास भी कोई हथियार या शराब नहीं होनी चाहिए। भड़काऊ संदेश वाले बैनर की अनुमति नहीं दी जाएगी.'
बता दें कि ट्रैक्टर रैली पर रविवार की शाम दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ने कहा था कि आज किसानों से अच्छा संवाद रहा। दिल्ली के तीन जगहों से ट्रैक्टर रैली की इजाजत है। इन तीनों बॉर्डर पर बैरिकेड हटाए जाएंगे। कुछ शर्तों के साथ ये इजाजत दी गई है।
दिल्ली पुलिस के साथ मीटिंग के बाद योगेंद्र यादव ने भी कहा था 'दिल्ली पुलिस की तरफ से आधिकारिक रूप से 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत मिल गई है। जितने भी साथी अपनी ट्रालियां लेकर बैठें है, मैं उनसे अपील करता हूं कि सिर्फ ट्रैक्टर दिल्ली के अंदर लेकर आएं, ट्रालियां न लेकर आएं।'