26 को दिल्ली में जुटेंगे देश भर के किसान, दिल्ली की सीमाएं सील, योगेंद्र यादव बोले - डरी हुई है सरकार
स्वराज इंडिया सहित देश भर के 400 किसान संगठनों के आह्वान पर 26 व 27 नवंबर को दिल्ली में किसान विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि कोरोना की वजह से उन्हें इसकी इजाजत नहीं है, इस वजह से सीमाएं सील कर दी गई हैं...
जनज्वार। नरेंद्र मोदी सरकार के हालिया तीन कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में 26-27 नवंबर को देश भर के किसानों का व्यापक आंदोलन प्रस्तावित है। इसको लेकर देश के विभिन्न हिस्सों के किसानों का जुटान दिल्ली-एनसीआर में शुरू हो चुका है। योगेंद्र यादव की अगुवाई वाले स्वराज इंडिया सहित देश के 400 किसान संगठनों के आह्वान पर हो रहे इस आंदोलन को लेकर पुलिस ने अभी से सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। हरियाणा बार्डर को पुलिस के द्वारा सील कर दिया गया है ताकि किसान दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकें।
पंजाब, हरियाणा व उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों के हजारों किसान 24 नवंबर की शाम व 25 नवंबर की सुबह दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं। वहीं, उनकी अंतर राज्यीय सीमा पर उनकी गिरफ्तारी भी शुरू कर दी गई है। मंगलवार रात से ही दिल्ली-गाजीपुर रोड सहित कई अन्य जगहों पर तलाशी ली जा रही है।
योगेंद्र यादव ने बुधवार की सुबह ट्वीट कर कहा है कि हरियाणा सरकार का किसान आंदोलन पर दमन जारी है। उन्होंने कहा है कि रेवाड़ी में आज सुबह किसान नेताओं को गिरफ्तारियां हो रही हैं। भारतीय किसान यूनियन के समय सिंह और अशोक को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, जय किसान आंदोलन की नेता राजबाला के घर पुलिस बैठी हुई है।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ही एक ट्वीट कर कहा है कि उत्तरप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, केरल और पंजाब के सिकान संगठनों ने दिल्ली में 26 व 27 नवंबर को मार्च का आह्वान किया है। पर, कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर उन्हें जुटान की अनुमति नहीं दी गई है। इसी अनुमति को खारिज करते हुए संगठनों को उचित समय पर सूचित कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के डीसीपी इस्ट जसमीत सिंह ने कहा है कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, शहर में उन्हें प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है।
वहीं, स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि किसानों के दिल्ली चलो कार्यक्रम से हरियाणा सरकार घबराई हुई है और किसानों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से यह सरकार डरी हुई है। उन्होंने मंगलवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि हमारा शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि 26 को सरकार उन्हें गिरफ्तार करवा सकती है।
हरियाणा में करीब ढाई दर्जन किसान नेताओं की गिरफ्तारी भी हुई है। किसान आंदोलन को देखते हुए कई ट्रेनों का मार्ग बदला गया है या उनका रूट छोटा किया गया है। कुछ ट्रेनें रद्द भी की गई हैं।