योगीराज में UP से श्रम और पूंजी दोनों का पलायन बढ़ रहा तेजी से, रोजगार को लेकर आंदोलन तेज करने को लेकर युवाओं ने कसी कमर

सरकारी नौकरी व रोजगार सृजन के सरकारी दावे सच्चाई से परे हैं। देशी-विदेशी कंपनियों द्वारा निवेश के दावे अभी तक हवा-हवाई ही साबित हुए हैं। प्रदेश से वास्तव में पूंजी और श्रम दोनों का पलायन तेजी से बढ़ा है, जोकि सरकार के दावों की असलियत को उजागर करने के लिए पर्याप्त है...

Update: 2024-01-12 14:02 GMT
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प्रयागराज। हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 6 लाख रिक्त पदों को तत्काल भरने जैसे सवालों को लेकर संयुक्त युवा मोर्चा के बैनर तले प्रदेशव्यापी आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया है। रोजगार को लेकर जारी प्रदेशव्यापी मुहिम और प्रयागराज में 32 दिनों से अनवरत जारी धरना प्रदर्शन के बावजूद युवाओं के वाजिब सवालों को हल करने को लेकर सरकार के रवैए से युवाओं ने गहरी नाराजगी जताई। आज 12 जनवरी को आयोजित एक वर्चुअल मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है।

आज 12 जनवरी को युवा दिवस के मौके पर वक्ताओं ने कहा कि 6 लाख रिक्त पदों को भरने के वायदे को लेकर सरकार कतई गंभीर नहीं है। शिक्षा सेवा आयोग का 30 जनवरी तक विधिवत गठन, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 46 हजार बीपीएड शिक्षकों के लिए नियमित भर्ती, माध्यमिक विद्यालयों में योगा के 5 हजार पदों के प्रस्ताव पर अमल करने, टीजीटी पीजीटी विज्ञापन में 25 हजार रिक्त सीटें शामिल करने, एलटी व प्रवक्ता जीआईसी, प्राथमिक शिक्षक भर्ती, समूह 'ग' व तकनीकी संवर्ग समेत अन्य विभागों में रिक्त पदों को तत्काल विज्ञापित करने, सभी भर्तियों में न्यूनतम 3 साल उम्रसीमा में छूट, सभी लंबित भर्तियों को चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले पूरा करने जैसे सवालों को हल करने को लेकर मीटिंग में प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई।

पदाधिकारियों ने कहा कि सरकारी नौकरी व रोजगार सृजन के सरकारी दावे सच्चाई से परे हैं। देशी-विदेशी कंपनियों द्वारा निवेश के दावे अभी तक हवा-हवाई ही साबित हुए हैं। प्रदेश से वास्तव में पूंजी और श्रम दोनों का पलायन तेजी से बढ़ा है, जोकि सरकार के दावों की असलियत को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। इस मौके पर युवाओं ने चेतावनी भी दी कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ जारी रहा तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। प्रस्ताव लेकर रोजगार समेत ज्वलंत मुद्दों को लेकर बने एजेंडा यूपी का समर्थन किया गया और 17 जनवरी को लखनऊ में आयोजित सम्मेलन में युवा प्रतिनिधियों के शामिल होने का भी निर्णय लिया गया।

वर्चुअल मीटिंग में संयुक्त युवा मोर्चा केंद्रीय टीम सदस्य व संयोजक युवा मंच राजेश सचान, बीपीएड मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हरिओम चौहान, युवा मंच प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सचिन गौतम, बीपीएड आंदोलन के प्रतिनिधि रतन, जीतेंद्र सरोज, सुरेन्द्र कुमार, शिल्पी मिश्रा, तेज बहादुर, राम दरश विश्वकर्मा, महेंद्र कुमार यादव, आदेश कुमार, भारत सिंह प्रजापति, मो. शोएब, बृजेश त्रिपाठी, विनीता प्रजापति, अनिल कुमार सिंह समेत विभिन्न जिलों से युवा प्रतिनिधि शामिल रहे। 

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