यौन शोषण के आरोपी भाजपाई सांसद बृजभूषण के बजाय पीड़ित महिला पहलवानों को गिरफ्तार कर रही है दिल्ली पुलिस
जिस संसद भवन का उद्घाटन महिलाओं का दमन करके किया जा रहा हो,जिसके उद्घाटन में देश के सर्वोच्च पद पर बैठी महिला राष्ट्रपति की उपेक्षा की गई हो वह संसद इस देश की महिलाओं को कितना बराबरी और सम्मान दे पाएगी, इस पर अब एक बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह लग हो चुका है...
रामनगर । महिला एकता मंच की रामनगर टेड़ा रोड में हुई बैठक में मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा कि पिछले 1 महीने से भी ज्यादा समय से महिला पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही हैं। आज 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान देशभर के महिला संगठनों ने संसद भवन के सामने महिला पंचायत करने का आह्वान किया था। महिला पंचायत का दमन करने के लिए दिल्ली की चौतरफा नाकेबंदी कर न केवल जंतर मंतर से महिला पहलवानों के धरने को बलपूर्वक हटा दिया गया, बल्कि पंचायत में भागीदारी करने आईं देशभर की महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया। महिला एकता मंच ने दिल्ली में महिला पहलवानों के आंदोलन का दिल्ली पुलिस द्वारा बर्बर दमन किये जाने की कठोर शब्दों में निंदा की है।
जिस संसद भवन का उद्घाटन महिलाओं का दमन करके किया जा रहा हो,जिसके उद्घाटन में देश के सर्वोच्च पद पर बैठी महिला राष्ट्रपति की उपेक्षा की गई हो वह संसद इस देश की महिलाओं को कितना बराबरी और सम्मान दे पाएगी, इस पर अब एक बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह लग हो चुका है।
कौशल्या ने कहा कि भाजपा सरकार की दिल्ली पुलिस यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की जगह पीड़ित महिला पहलवानों को गिरफ्तार कर रही है। भाजपा सरकार का नारा 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' भी एक जुमला ही साबित हुआ है।
सरस्वती जोशी ने कहा कि महिला पहलवानों के आंदोलन का दमन देश की महिलाओं पर मोदी सरकार और उसकी पुलिस का संगठित हमला है। उन्होंने कहा कि यौन शोषण का अपराधी बृजभूषण संसद में बैठकर ठहाका लगा रहा है और देश के लिए मेडल लाकर नाम रोशन करने वाली लड़कियों व महिलाओं को सरेआम सड़कों पर बेइज्जत किया जा रहा है। इसके खिलाफ व्यापक गोलबंदी करके आंदोलन आगे बढ़ाने की जरूरत है।
बैठक में कमला देवी,ललिता रावत, पुष्पा जोशी, कौशल्या, हेमा देवी,सरस्वती जोशी, शान्ति देवी, लीला देवी, दीपा देवी आदि महिलायें मौजूद रहीं।