Khiriya Bagh farmer Protest : 75 दिनों से चल रहे आजमगढ़ किसान आंदोलन की जिलाधिकारी से वार्ता असफल

आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी के सामने मांग रखी थी कि 24 दिसंबर 2022 को किसान नेता राजीव यादव और अधिवक्ता विनोद यादव का गैरकानूनी तरीके से अपहरण व मारने, धमकाने वाली घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और अपहरण करने वाले दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सजा दी जाए...

Update: 2022-12-30 12:12 GMT

Khiriya Bagh Farmer Protest Against Azamgarh Airport :  आजमगढ़ अंतरास्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार के नाम पर जमीन-मकान छीनने के विरोध में खिरिया बाग के आंदोलनकारियों की जिलाधिकारी आज़मगढ़ से वार्ता बेनतीजा साबित हुई।

ग्रामीण किसान-मजदूर और किसान नेता, जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में जिलाधिकारी के साथ करीब एक घंटे तक वार्ता की और जिलाधिकारी ने उनकी बातों को सुना।

वार्ताकारों ने 5 मांगों को स्पष्ट शब्दों में रखा। वार्ताकारों ने कहा कि आजमगढ़ एयरपोर्ट विस्तारीकरण की परियोजना का मास्टर प्लान तत्काल रद्द किया जाए। आजमगढ़ में यदि विकास करना है तो कृषि मंडियों का विकास होना चाहिए, जमीन हड़प कर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कोई जरूरत नहीं है। 12-13 अक्टूबर 2022 की रात शासन-प्रशासन द्वारा आपराधिक कृत्य के दोषियों को सजा दी जाए।

तीसरी मांग रखी गई कि 24 दिसंबर 2022 को किसान नेता राजीव यादव और अधिवक्ता विनोद यादव का गैरकानूनी तरीके से अपहरण व मारने, धमकाने वाली घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और अपहरण करने वाले दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सजा दी जाए। चौथा, ग्रामीणों की सहमति के बिना किए गए फर्जी सर्वे को तत्काल रद्द किया जाए। आंदोलनकारी चाहते हैं कि कोई दिन तय करके धरना स्थल पर ही पहुंच कर सार्वजनिक तौर पर लिखित आश्वासन दिया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि हमें निर्णय लेने और सुनाने का कोई अधिकार नहीं है। हम आपकी बातों को ऊपर सरकार तक पहुंचा देंगे। सरकार की बातों को आप तक पहुंचा रहे हैं। शासन-प्रशासन और आंदोलनकारी दोनों पक्षों के लोग कानून की सीमाओं को लांघने से सदैव बचते रहें और विधि सम्मत तरीके से अपने-अपने कार्यों को जारी रखें।

खिरिया बाग के आंदोलनकारियों ने देवारा बाढ़ पीड़ितों के धरने और 75 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे मौर्या दम्पत्ति हत्याकांड के पीड़ितों का भी समर्थन किया। आंदोलनकारी किसानों-मजदूरों ने कहा कि आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक कि आजमगढ़ एयरपोर्ट का मास्टर प्लान रद्द नहीं हो जाता और हमारी सारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।

वार्ताकारों में राम नयन यादव, दुखहरन राम, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, किस्मती, सुनीता, नीलम, पुष्पा, राजेश आजाद, विनोद यादव, अवधेश यादव, प्रेम, प्रवेश निषाद, रवीन्द्रनाथ राय, राहुल विद्यार्थी, रविंदर यादव, रामप्रवेश यादव, नंदलाल, डब्ल्यूएम खान, मुराली, राहुल, महेंद्र यादव, राजेंद्र यादव, अमरजीत, प्रमोद कुमार, सप्पू कुमार, अभिषेक कुमार आदि शामिल रहे। 

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