कृषि बिल के विरोध में पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष समिति का रेल रोको आंदोलन, आज से 26 तक रहेगा जारी

Update: 2020-09-25 01:50 GMT

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जनज्वार। पंजाब में कृषि बिल को किसान विरोधी करार देते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति ने विरोध में अमृतसर में अपना 'रेल रोको' आंदोलन शुरू किया है। समिति बिल के खिलाफ 24 से 26 सितंबर तक 'रेल रोको' आंदोलन कर रही है।

देशभर में किसानों कृषि बिल का विरोध अलग—अलग तरीके से कर रहे हैं। पंजाब में किसानों के आंदोलन केा देखते हुए 13 जोड़ी ट्रेनों को अल्पकालिक निरस्त कर दिया गया है। अंबाला रेलवे स्टेशन के निदेशक बीएस गिल ने कहा है कि हम पंजाब में किसानों के उग्र आंदोलन को देखते हुए एहतियातन यह कदम उठा रहं हैं ताकि कोई नुकसान न पहुंचे।

अमृतसर के देवीदसपुर गांव के पास और फिरोजपुर के बस्ती टांका वाले इलाके में रेल पटरियों पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठन रेलवे पटरियों पर जाम लगाकर बैठे हैं। उन्हें सरकारी कर्मचारियों और मजदूरों सहित कई वर्गों का समर्थन मिल रहा है।

किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों से अपील की है कि वे किसान आंदोलन में हिस्सा न लें।


गौरतलब है कि किसान बिल के विरोध में 25 सितंबर को 31 किसानों के संगठनों ने पंजाब के पूर्ण बंद का आह्वान किया है।

किसानों को डर है कि यह​ बिल न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को समाप्त करने का मार्ग प्रशस्त करेंगा, जिससे हम लोगों को बड़े पूंजीपतियों की "दया" पर निर्भर रहना होगा।

गौरतलब है कि देशभर में आज मोदी सरकार के किसान बिल के व्यापक विरोध में चक्काजाम, धरना—आंदोलन करेंगे। किसान संगठन विभिन्न राज्यों में आज सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चक्का जाम करेंगे। किसानों के आह्वान को देखते हुए राजधानी दिल्ली की सीमा पर भारी पुलिसबल ​तैतान किया गया है। किसानों को रोकने के लिए दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील कर दिया गया है।

भारतीय किसान यूनियन समेत कई अन्य संगठनों ने 25 सितंबर को देशभर में बंद व चक्का जाम करने का ऐलान किया था। पंजाब में 31 किसान संगठन इस लड़ाई में एक साथ आ गये। हरियाणा, उत्तर प्रदेश में भी किसान यूनियनों के संगठनों ने बन्द व चक्काजाम में शिरकत करने का आह्वान किया था।

भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा) के अध्यक्ष रतन सिंह मान के मुताबिक, "हरियाणा के विभिन्न किसान संगठन शुक्रवार 25 सितंबर को राज्य के सभी जिलों, मंडल, गांव और तहसीलों में विरोध दर्ज करेंगे। इस दौरान सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चक्का जाम किया जाएगा। हमारा विरोध संसद में पारित किए गए खेती कानून के खिलाफ है।

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