योगेंद्र यादव, येचुरी, जयती घोष समेत तमाम छात्र नेताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमे लादने के विरोध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन

Update: 2020-09-20 07:12 GMT

इंदौर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने मध्य प्रदेश के इंदौर संभागायुक्त को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया कि भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार संघ के साम्प्रदायिक एजेण्डे को लागू करने की कोशिश कर रही है।

कोरोना काल में जब मोदी सरकार बुरी तरह से असफल हुई है इस संकट के समय में भी संविधानिक संस्थाओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और जनतान्त्रिक अधिकारों पर हमले किये जा रहे हैं। दिल्ली में CAA के विरोध में चल रहे आंदोलन को कुचलने के लिए भाजपा द्वारा कराये गये सुनियोजित दंगों और उसके बाद इस आंदोलन के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद नरेन्द्र मोदी सरकार ने माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, योगेन्द्र यादव, जयन्ती घोष और राहुल राय सहित कई राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं को भी दंगों के साजिशकर्ताओं के रूप में दर्ज कर लिया है।

यूएपीए के प्रावधानों के तहत जेएनयू, जामिया के छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। पार्टी के नेताओं कैलाश लिंबोदिया, रामस्वरूप मंत्री एवं रूद्र पाल यादव के नेतृत्व में मोदी सरकार की इन हरकतों के खिलाफ संभागआयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन कर विरोध स्वरूप राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।

ज्ञापन सौंपने वाले राजनीतिक दलों ने कहा कि सांप्रदायिक भाषण और हिंसा भड़काने वाले भाजपा नेताओं को केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संरक्षित किया जाता है, जबकि CAA के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारी युवाओं को देश का गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस निशाना बनाकर गिरफ्तार कर रही है।

इस मौके पर रामस्वरूप मंत्री, एस के दुबे, रूद्र पाल यादव, वैलाश लिंबोदिया, माता प्रसाद मौर्य, भरत सिंह यादव, भागीरथ कछवाय, जयप्रकाश गुगरी, अजय यादव, भागीरथ टेटवाल, छेदी लाल यादव, रामकिशन मौर्य, अरुण चौहान सहित सीपीआई, सीपीएम, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया तथा लोकतांत्रिक जनता दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शरीक थे।

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