मोदी सरकार ने देश की प्राकृतिक संपदा और सार्वजनिक संपत्ति को कर दिया कॉर्पोरेट घरानों के हवाले, लोकतंत्र बचाने के लिए BJP को हराना जरूरी
कॉर्पोरेट घरानों के ऊपर संपत्ति कर और उत्तराधिकार कर लगाकर जनता की कल्याणकारी योजनाओं के लिए संसाधनों को इकट्ठा किया जा सकता है। यदि देश के बड़े पूंजी घरानों पर यह टैक्स लगे तो देश के हर नागरिक के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, वृद्धावस्था पेंशन और आवास जैसे अधिकारों की गारंटी की जा सकती है....
सोनभद्र। 'राष्ट्रीय आय में लोगों को हिस्सा मिलना बेहद जरूरी है। इससे ही लोगों की गरीबी दूर हो सकती है और क्रय शक्ति की बढ़ सकती है। अभी देश के देश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख सत्तर हजार रुपए प्रतिवर्ष है, लेकिन यह पैसा भी लोगों को नहीं मिलता। देश की बड़ी आबादी दस हजार रुपए से कम में अपनी आजीविका चलाती हैं, जबकि देश का खजाना आम जनता के टैक्स से भरता है। वास्तव में राष्ट्रीय आय का बड़ा हिस्सा कॉर्पोरेट घरानों द्वारा हड़प लिया जा रहा है। राज्य का पूंजी पर नियंत्रण खत्म हो गया है और मोदी सरकार ने देश की प्राकृतिक संपदा, सार्वजनिक संपत्ति को कॉर्पोरेट घरानों के हवाले कर दिया है। आज फिर से देश आर्थिक गुलामी की ओर बढ़ रहा है, इसलिए यह राष्ट्रीय दायित्व है कि देश को आर्थिक रूप से गुलाम बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में हराया जाए।'
यह बातें एजेंडा लोकसभा चुनाव पर गायत्री लॉज में आयोजित कार्यकर्ता बैठक में मुख्य वक्ता ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के संस्थापक सदस्य अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट घरानों के ऊपर संपत्ति कर और उत्तराधिकार कर लगाकर जनता की कल्याणकारी योजनाओं के लिए संसाधनों को इकट्ठा किया जा सकता है। यदि देश के बड़े पूंजी घरानों पर यह टैक्स लगे तो देश के हर नागरिक के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, वृद्धावस्था पेंशन और आवास जैसे अधिकारों की गारंटी की जा सकती है। विपक्षी दलों को भी जनता के जीवन की बेहतरी के लिए कॉर्पोरेट पर टैक्स लगाने के सवाल को मजबूती से उठाना होगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस ने हजारों साल से बने हुए हमारे देश के मैत्री भाव को नष्ट करने का काम किया है। आज पूरे समाज की शांति, भाईचारे को खत्म कर दिया गया है और तनाव के वातावरण में लोग जी रहे हैं। भाजपा आरएसएस की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ आज भारतीयता खड़ी हो गई है और लोग इनके कर्मों का इनको हराकर जवाब देना चाहते हैं।
अखिलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, लोकतंत्र पर बड़े पैमाने पर हमला किया गया है और असहमति की आवाज को कुचल देने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा की गई। यूएपीए जैसे काले कानून में लोगों को सालों जेल में बंद रखा जा रहा है। बुल्डोज कर देने, संपत्ति कुर्क कर देने के जरिए बर्बर दमन हो रहा है और देश जेल खाने में तब्दील हो गया है। आज लोकतंत्र की रक्षा की जरूरत है।
बैठक को सर्वोदयी गांधीवादी कार्यकर्ता अरविंद अंजुम ने संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा को हराना जरूरी है, लेकिन साथ ही जन मुद्दों को भी मजबूती से उठाना होगा। बैठक की अध्यक्षता मजदूर किसान मंच के जिला अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोंड और संचालन आइपीएफ के जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका ने किया।
बैठक में लोकगायक मुनेश्वर पनिका ने अपने गीत रखें। बैठक को आईपीएफ के प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर, युवा मंच के प्रदेश संयोजक राजेश सचान, उत्तर प्रदेश बुनकर वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष इकबाल अहमद अंसारी, आईपीएफ चंदौली के संयोजक अखिलेश दुबे, मजदूर किसान मंच प्रभारी अजय राय, युवा मंच की जिला अध्यक्ष रूबी गोंड, संयुक्त युवा मोर्चा की संयोजक सविता गोंड, ठेका मजदूर यूनियन के जिला मंत्री तेजधारी गुप्ता, उपाध्यक्ष तीरथराज यादव, मजदूर किसान मंच चंदौली के संयोजक रामेश्वर प्रसाद, मंगरु प्रसाद श्याम, आईपीएफ जिला सचिव इंद्रदेव खरवार, विद्यावती, सुगवंती गोंड, मनोहर गोंड, महेंद्र प्रताप सिंह, बिरहन गोंड आदि ने संबोधित किया।