काकोरी एक्शन शताब्दी अभियान दूसरे दिन राजस्थान में, अनेक सभायें हुईं आयोजित
वक्ताओं ने काकोरी एक्शन को क्रांतिकारियों द्वारा अंग्रेजों को खुली चुनौती देने वाला और सांप्रदायिक व धर्मोन्माद के खिलाफ सांझी एकता का प्रतीक बताया। आज 100 बाद देशी विदेशी पूंजी की लूट और धार्मिक नफ़रत के खिलाफ़ संगठित होने और उसका मुकाबला करने का आह्वान किया गया...
Kakori Action Shatabti Abhiyan : काकोरी एक्शन शताब्दी अभियान के दूसरे दिन राजस्थान के हनुमानगढ़ और चूरू जिलों में अनेक कार्यक्रम हुए। हनुमानगढ़ के नेठराना में प्रभात फेरी व रैली के बाद, शहीद भगत सिंह पार्क में सभा हुई। उसके बाद भरवाना में छोटी सभा हुई। उसके बाद भादरा में सभा के साथ पूरे बाजार में व्यापक पर्चा वितरण हुआ।
चूरू जिले के सिद्धमुख में जन संपर्क अभियान के साथ बस अड्डे के पास सभा आयोजित हुई, जिसमें कई स्थानीन पुराने आंदोलनकारी उपस्थित रहे।
इस दौरान वक्ताओं ने काकोरी एक्शन को क्रांतिकारियों द्वारा अंग्रेजों को खुली चुनौती देने वाला और सांप्रदायिक व धर्मोन्माद के खिलाफ सांझी एकता का प्रतीक बताया। आज 100 बाद देशी विदेशी पूंजी की लूट और धार्मिक नफ़रत के खिलाफ़ संगठित होने और उसका मुकाबला करने का आह्वान किया गया।
इस दौरान काकोरी एक्शन शताब्दी अभियान समिति की ओर से सीएसटीयू, कलेक्टिव, केएनएस, जन मुक्ति परिषद के कार्यकर्ता और मज़दूर संघर्ष संगठन (एमएसएस) के साथी भी शामिल रहे।
3 अगस्त को हरियाणा के भिवानी जिले में अभियान जारी रहेगा। इस दौरान मुख्य कार्यक्रम में राजेश दलाल और उनके ग्रुप द्वारा रागिणी की प्रस्तुति भी होगी। अभियान का समापन काकोरी एक्शन दिवस 9 अगस्त को काकोरी (लखनऊ) में होगा।