बच्चों में बढ़ती नशे की लत के खिलाफ एकजुट हुए लोग, पुलिस प्रशासन की शह पर बढ़ रहा अवैध नशे का कारोबार
समाज में पनप रहे अवैध नशे को खत्म करना इतना भी मुश्किल नहीं है। नशे का इस्तेमाल करने वालों को ही ट्रैक करके इस धंधे की चेन तलाशी जाए तो उनके माध्यम से ही पुलिस प्रशासन केवल 24 घण्टे में ही इस नशे के कारोबार को ध्वस्त कर सकता है....
Ramnagar news : युवा पीढ़ी और छोटे छोटे स्कूली बच्चों द्वारा जाने अनजाने में जानलेवा नशे की चपेट में फंसकर उनकी हो बर्बाद हो रही जिंदगी को बचाने के लिए शहर के तमाम फिक्रमंद लोग "नशा नहीं रोजगार दो आयोजन समिति" के बैनर तले रामनगर में आयोजित गोष्ठी का हिस्सा बने। इन लोगों ने नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए सामाजिक समारोह में नशा एवं शराब पार्टियों के प्रदर्शन पर लगे रोक लगाने की अपील भी की।
विकासखंड रामनगर के ब्लॉक सभागार में नशा नहीं रोजगार दो आयोजन समिति के संयोजक प्रभात ध्यानी के संचालन में रविवार 29 जनवरी को समाज में नशे के कारण बढ़ते अपराध एवं बढ़ती दुर्घटनाओं पर सामाजिक राजनीतिक संगठन से जुड़े लोगों ने चिंता जताते हुए कहा कि प्रतिबंधित नशे अफीम, चरस, गांजा, इंजेक्शन आदि सर्व सुलभ होने से समय-समय पर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान नाकाफी है। पुलिस प्रशासन द्वारा नशे के स्रोतों पर कार्रवाई करने से ही नशे की बीमारी से निजात मिल सकती है। इसके साथ ही हमें स्वयं को भी जागरूक होकर युवा पीढ़ी को नशे की बीमारी से निजात दिलाना होगा। नशे के लिए गरीबी, बेरोजगारी को भी प्रमुख कारण बताते हुए सरकार से रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की। वक्ताओं का कहना था कि शासन-प्रशासन द्वारा नशे को राजस्व वृद्धि एवं रोजगार का माध्यम बनाने से इसके घातक परिणाम सामने आ रहे हैं। समिति ने नशे के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाने ज्ञापन देने का भी निर्णय लिया।
सभासद तनुज दुर्गापाल ने कहा कि पहले जब सीसीटीवी कैमरे नहीं थे तो यह बीमारी इतने व्यापक तौर पर नहीं थी, लेकिन अब जबकि पुलिस प्रशासन की इन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से चप्पे चप्पे पर नजर है तो अवैध नशे का यह कारोबार किसके संरक्षण में हो रहा है, यह समझना मुश्किल नहीं है।
वक्ताओं का कहना था कि समाज में कानून का इकबाल हो तो मंदिर से एक चप्पल तक चोरी नहीं हो सकती। हर गली मुहल्ले में बिकता यह नशा अगर बच्चों की जिंदगी खराब कर रहा है तो यह कानून के इकबाल की भी पोल खोलता है। समाज में पनप रहे अवैध नशे को खत्म करना इतना भी मुश्किल नहीं है। नशे का इस्तेमाल करने वालों को ही ट्रैक करके इस धंधे की चेन तलाशी जाए तो उनके माध्यम से ही पुलिस प्रशासन केवल 24 घण्टे में ही इस नशे के कारोबार को ध्वस्त कर सकता है।
इस दौरान गोष्ठी में निर्मल दर्शन हल्द्वानी की टीम द्वारा नशे के खिलाफ नुक्कड़ नाटक का भी प्रदर्शन किया। गोष्ठी में नैनीताल के कमल जगाती एवं निर्मल दर्शन के संकल्प जोशी ने नैनीताल हल्द्वानी में चलाए जा रहे हैं अभियानों के बारे में जानकारी दी। नैनीताल के वरिष्ठ पत्रकार कमल जगाती ने कल को देश का भविष्य बनने वाले मासूम बच्चों की नसों में नशा घोलने के पीछे विदेशी संस्थाओं का हाथ होने की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि भारत एशिया का प्रमुख राष्ट्र तो है ही। लेकिन वह लगातार वैश्विक पटल पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय शक्तियां भारत को पीछे धकेलने के लिए नशे का कुचक्र भी रच रही हों, इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष मौ. अकरम, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रतन सिंह चौहान, गढ़वाल सभा पीरुमदारा की बीएल ध्यानी, ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहन ज्योति, बीके अनीता, मनमोहन अग्रवाल, ललिता रावत, चंपा पाण्डे, मेघा आर्य, दिनेश उपाध्याय, मनोज सक्सेना, सभासद भुवन शर्मा, मौ. अजमल, पान सिंह नेगी, विकास खत्री, शिक्षक नेता नवेंदु मठपाल, वन व्यवसाई संघ के प्रवक्ता लईक अहमद सैफी, भुवन डंगवाल, मोहन सजवान, देवेंद्र भट्ट, कन्नू त्रिपाठी, नवीन नैथानी, गोपाल असनौड़ा, महेंद्र सिंह, महेश जोशी, राज्य आंदोलनकारी सुमित्रा बिष्ट, योगेश सती, सूरज सैनी, रवि, कल्पतरू संस्था के अतुल मेहरोत्रा, पीसी जोशी, पत्रकार चंचल गोला, घनेश्वरी घिल्डियाल, संजय कुमार, सुनील पर्नवाल, गणेश कुमार, लालमणि, लालता प्रसाद, मोहन चंद्र तिवारी, सुमन जोशी, हरमिंदर सिंह आनंद संटी, आप नेता शिशुपाल सिंह रावत, मंगल, दिनेश चंद्र, तरुण लूथरा, गणेश पंत, कुंदन सिंह, प्रेमराम, संदीप अग्रवाल, उत्तम चंद्र, विनोद अंजान, व्यापार मंडल अध्यक्ष मनिंदर सिंह सेठी, ताहिर सिद्दीकी, इंदर सिंह मनराल, मयंक तिवारी, गबर सिंह बिष्ट समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।