सांसद संजय सिंह किसान बिल के विरोध में चादर बिछाकर संसद में बैठे धरने पर
जनज्वार से बात करते हुए संजय सिंह ने कहा कि किसानों के लिए लाए गए इन काले कानूनों के खिलाफ जारी रहेगा उनका विरोध...
रविवार को किसानों से संबधित विधेयकों को लेकर सोमवार को भी बवाल मचा रहा। जिसके विरोध में राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह समेत 9 लोगों को एक हफ्ते के लिए संसद से निलंब कर दिया गया है। किसानों के लिए 3 विधेयकों के राज्यसभा में पास होने के बाद सांसद संजय सिंह लगातार सरकार के विरोध करने में संक्रिय है। सोमवार को विपक्षी सांसद संसद के बाहर लॉन में चादर बिछाकर बैठे हैं और बिल का विरोध कर रहे हैं।
संजय सिंह बकायदा चादर-तकिया लेकर राज्यसभा में प्रदर्शन करने आए हैं। रविवार के हंगामे के बाद सोमवार को सत्ता पक्ष ने कई विपक्षी सासंदों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव दिया, जिसके बाद कई सासंदों को सदन से एक हफ्ते यानी बचे हुए सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है, जिसमें संजय सिंह भी शामिल हैं। इसके बाद सिंह ने सदन में विरोध पर बैठने का फैसला किया और इसके लिए वो घर से चादर-तकिया लेकर आए।
इस दौरान संजय सिंह ने फेसबुक में पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि संसद भवन में गांधी प्रतिमा के पास चद्दर बिछा के धरने पर बैठा हूं, रात को सोने के लिए तकिया भी लेकर आया हूं। निलंबित सभी साथी सांसद साथ है। भाजपआयों ये बताओं बिना वोटिंग कराए कृषि बिल राज्यसभा में क्यों पास किये ? संसद की हत्या क्यों किय ? किसानों को न्यूनतमन मूल्य का अधिकार क्यों नही दिए ? इंकलाब जिंदाबाद – किसान विरोधी सरकार मुर्दाबाद
आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह के हवाले से एक ट्वीट भी शेयर किया है, 'बीजेपी सरकार ने किसानों के खिलाफ काला कानून पास किया है। बिल का विरोध करने पर हमें निलबिंत किया गया। इसलिए हम धरने पर बैठे है और तब तक बैठे रहेंगे जब तक बीजेपी सरकार नहीं बताती कि क्यों बगैर वोटिंग के लोकतंत्र का गला घोंट कर इस काले कानून को पास किया गया।
जनज्वार से बात करते हुए संजय सिंह ने कहा कि किसानों के लिए लाए गए इन काले कानूनों का विरोध जारी रहेगा। हम लोग संसद में बापू की मूर्ति के नीचे सरकार द्वारा कानून को वापस नहीं लेने तक आंदलोन जारी रखेंगें।
राज्यसभा में रविवार को जबरदस्त ऐतिहासिक हंगामा देखने को मिला था। इस दौरान संजय सिंह, डेरेके ओब्रायन, राजीव साटव सहित कई अन्य नेताओं ने सदन के वेल में खूब हंगामा और नारेबाजी की थी। कुछ सांसद रूल बुक फाड़ कर उपसभापति पर कागज उड़ाते दिखे तो वहीं, कुछ सांसदों ने वहां लगी माइक को तोड़ने की कोशिश की थी। विपक्षी सांसदों का आरोप था कि इन विधेयकों को पास कराने के लिए सदन में ऐतिहासिक तरीके से नियमों की अनदेखी की गई है.
सोमवार को इन सासंदों को निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद उपसभापति ने इन्हें सदन से बाहर जाने को कहा, हालांकि, इन सांसदों ने सदन से बाहर जाने से इनकार कर दिया और धरने पर बैठ गए।