गरीबों की पैसेंजर ट्रेन से वसूल रही सरकार एक्सप्रेस का किराया और वंदेभारत जैसी ट्रेनों के किराये में अमीरों के लिए भारी कटौती

Indian Railway news : भारतीय रेलवे से यात्रियों को पूर्व में वरिष्ठ नागरिकों सहित आम अवाम को मिलने वाली तमाम सुविधाओं को वर्तमान केन्द्र सरकार ने बंद कर दिया है, इसलिए सरकारी कर्मचारियों के साथ बेरोजगार नौजवान, छात्र, किसान, पत्रकार, कलाकार की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए ही एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो "जन संवाद" का आयोजन कर रहे हैं...

Update: 2024-01-14 15:33 GMT

Lucknow news : आज 14 जनवरी को लखनऊ जंक्शन पर फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे एलायंस नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम व एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के आह्वान पर आगामी 21 जनवरी 2024 को पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी में होने वाले एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो जन संवाद की सफलता के लिए जन संपर्क अभियान चलाया गया। शाम को लखनऊ जंक्शन पूर्वोत्तर रेलवे प्लेटफॉर्म 6 से लखनऊ जंक्शन उत्तरीय रेलवे चारबाग़ तक कैंडल मार्च निकाला गया।

कार्यक्रम के दौरान नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु ने कहा कि 12 जनवरी से 25 तक जारी अटेवा/एनएमओपीएस चलाये जा रहे एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो जन संवाद से हम सबको जोड़ रहे हैं। एनएमओपीएस द्वारा चलाए गए वोट फॉर ओपीएस अभियान से बन रही है सरकारें, कई राज्यों के चुनाव परिणाम इसके प्रमाण हैं।

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एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के केंद्रीय अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय ने कहा कि कई वर्षों के संघर्ष के बाद आज सरकारी कर्मचारियों का सबसे बड़ा मुद्दा पुरानी बहाली बना है, तभी तो ओपीएस खत्म कर एनपीएस लागू करवाने वाले सरकारी संगठन भी अपनी नौटंकी के साथ सक्रिय हुए हैं।

एनई रेलवे-फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे, ज़ोनल संयोजक राकेश कुमार ने कहा कि आने वाले लोक सभा चुनाव में पुरानी पेंशन बहाली को मुख्य मुद्दा बनाना हमारा मुख्य लक्ष्य है, "नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे"

वहीं राष्ट्रीय प्रचार सचिव डॉ. कमल उसरी ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार अमीरों का लाभ और गरीबों का विनाश करते हुए पैंसेंजर ट्रेन का किराया एक्सप्रेस का वसूल रही है और वंदे भारत समेत सभी ट्रेनों के एसी चेयरकार और एग्जीक्यूटिव श्रेणी के किराए में 25% तक कटौती कर रही है। जनता की सवारी भारतीय रेलवे के निजीकरण को सिर्फ़ रेलवे में कार्यरत कर्मचारी नही रोक पाएंगे, चूंकि भारतीय रेलवे से यात्रियों को पूर्व में वरिष्ठ नागरिकों सहित आम अवाम को मिलने वाली तमाम सुविधाओं को वर्तमान केन्द्र सरकार ने बंद कर दिया है, इसलिए सरकारी कर्मचारियों के साथ बेरोजगार नौजवान, छात्र, किसान, पत्रकार, कलाकार की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए ही एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो "जन संवाद" का आयोजन कर रहे हैं।

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लखनऊ जंक्शन पर कैंडल मार्च के संयोजक व एनई रेलवे- फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे- लखनऊ मंडल प्रभारी व एलरसा मंडल अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह व संयोजक व एससी /एसटी मंडल सचिव दिनेश कुमार ने संयुक्त रूप से 21 जनवरी 2024 को वाराणसी में होने वाली एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो जन संवाद में बड़ी संख्या मे पेंशन विहीन रेलवे, केंद्रीय व राज्य, शिक्षक कर्मचारियों को शामिल होने की अपील की है। एआईआरटीयू केंद्रीय कोषाध्यक्ष अजय सरोज ने कहा कि लखनऊ से सैकड़ों रेलवे कर्मचारी 21 जनवरी 2024 को वाराणसी जाएंगे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनई रेलवे मेंस कॉग्रेस मंडल अध्यक्ष बलबीर सचान, गार्ड कॉउन्सिल अध्यक्ष अनिल कुमार, एलरसा से धर्मेंद्र कुमार, ओबीसी एसोसिएशन से संदीप यादव, अटेवा लखनऊ जिला अध्यक्ष सुनील कुमार वर्मा, अटेवा प्रदेश कोषाध्यक्ष विक्रमादित्य मौर्य, संगठन मंत्री रजत प्रकाश, कानून सलाहकार नरेंद्र सिंह यादव, इंकलाबी नौजवान सभा से राजू कुशवाहा, विजय प्रताप, पेंशनर एसोसिएशन से अनिल कुमार, राजकुमार, इत्यादि लोग शामिल रहे। दिनभर संपर्क अभियान के बाद शाम को कैंडल मार्च निकाला गया।

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