UP के 8 करोड़ 30 लाख पंजीकृत असंगठित मजदूर की सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई भी योजना बनाने को सरकार नहीं तैयार
Lucknow news : यूपी में इन्वेस्टर सबमिट के जरिए रोजगार सृजन की चाहे जितनी भी बात की जाए, सच्चाई यह है कि प्रदेश में गहरा रोजगार का संकट है, यहां सिर्फ मजदूरों का ही पलायन नहीं हो रहा है बल्कि पूंजी भी प्रदेश से बाहर जा रही है....
Lucknow news : कल्याणकारी राज्य से सरकारें पीछे हट रही हैं। जो कानून मजदूरों के लिए बने हैं उन्हें लागू नहीं किया जा रहा है और मजदूरों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कानून बनाने के लिए सरकार तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश के 100 से ज्यादा संगठनों ने मिलकर साझा मंच के बैनर से पहल ली है और असंगठित मजदूर के सामाजिक सुरक्षा के सवाल को मजबूती से उठाया है।
साझा मंच की तरफ से आगामी 12 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित सम्मेलन में वर्कर्स फ्रंट से जुड़ी यूनियन के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे और आगामी आंदोलन की रणनीति तय करेंगे। इस आशय का निर्णय आज हुई वर्कर्स फ्रंट की वर्चुअल बैठक में लिया गया।
बैठक में नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश की हालत बेहद बुरी है। इन्वेस्टर सबमिट के जरिए रोजगार सृजन की चाहे जितने भी बात की जाए, सच्चाई यह है कि प्रदेश में गहरा रोजगार का संकट है। यहां सिर्फ मजदूरों का ही पलायन नहीं हो रहा है बल्कि पूंजी भी प्रदेश से बाहर जा रही है। बैंकों में लोगों का जमा महज 40% ही यहां के लोगों को ऋण के रूप में प्राप्त होता है। बाकी पैसा कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में जा रहा है। मनरेगा आमतौर पर ठप पड़ी हुई है। बुनकारी, चिकनकारी से लेकर छोटे घरेलू उद्योग भयंकर संकट का सामना कर रहे हैं।
प्रदेश के 8 करोड़ 30 लाख पंजीकृत असंगठित मजदूर की सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई भी योजना बनाने को सरकार तैयार नहीं है। निर्माण मजदूरों के लिए जो योजनाएं चल रही थी उनमें से कई योजनाओं को बंद कर दिया गया। उनके पेंशन को भी छीन लिया गया। घरेलू कामगार के लिए कानून नहीं बनाया जा रहा है। हालत इतनी बुरी है कि 5 सालों में प्रदेश में वेज रिवीजन नहीं हुआ और इस भीषण महंगाई में बेहद कम मजदूरी में अपने परिवार का भरण पोषण करना मजदूरों के लिए कठिन होता जा रहा है। ऐसी स्थिति में प्रदेश में मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा के लिए एक बड़ी जन गोलबंदी की जरूरत है। जिसे साझा मंच द्वारा पूरा किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता वर्कर्स फ्रंट के उपाध्यक्ष इंजीनियर दुर्गा प्रसाद ने की। बैठक में वर्कर्स फ्रंट के अध्यक्ष दिनकर कपूर, संयुक्त युवा मोर्चा केंद्रीय टीम सदस्य राजेश सचान, उत्तर प्रदेश निर्माण मजदूर मोर्चा के अध्यक्ष नौमी लाल, गया प्रसाद, राधेश्याम कनौजिया,अजय राय, ठेका मजदूर यूनियन के अध्यक्ष कृपा शंकर पनिका, तेजधारी गुप्ता, मजदूर किसान मंच के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोंड, बुनकर वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष इकबाल अहमद अंसारी, मंगरु प्रसाद श्याम, मोहम्मद इम्तियाज, मसीदुल्लाह अंसारी, विनोद यादव, रहमुद्दीन आदि लोंगों ने अपनी बात रखी।