पूछड़ी पर धामी के बुल्डोजर चलाये जाने के आदेश के खिलाफ ग्रामीणों ने की महापंचायत, पूरे उत्तराखण्ड के लोगों का मिला समर्थन

धामी सरकार रूस के राष्ट्रपति पुतिन व इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से भी ज्यादा क्रूर है। वे अपने पड़ोसी देशों पर बम बरसाकर जनता को तबाह-बरबाद कर रहे हैं, परंतु धामी और मोदी तो अपने ही देश की जनता के घरों व दुकानों पर बुलडोजर चला कर लोगों को तबाह बर्बाद कर रहे हैं, उन पर लाठी और गोली चलवा रहे हैं...

Update: 2024-08-29 15:21 GMT

Ramnagar news : उत्तराखण्ड के रामनगर स्थित वन‌ग्राम पूछड़ी में बुलडोजर राज के खिलाफ आयोजित महापंचायत में उत्तराखंड के कुमाऊं एवं गढ़वाल क्षेत्र के कोने-कोने से लोगों ने पहुंचकर ग्रामीणों के आंदोलन का समर्थन किया तथा रामनगर समेत उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाओ अभियान पर तत्काल रोक लगाने की मांग को लेकर रामनगर विधायक दीवान सिंह के कार्यालय पर प्रदर्शन कर जुलूस निकालने की घोषणा की।

पंचायत में जो व्यक्ति जहां पर निवास कर रहा है, उसे वहीं पर नियमित कर मालिकाना हक दिये जाने, वनग्रामों, गोट, खत्तों,व गूजर बस्तियों को राजस्व ग्राम घोषित किए जाने तथा किसी भी व्यक्ति को हटाने से पूर्व उसका पुनर्वास किये जाने की मांग की गई।

महापंचायत में वक्ताओं ने कहा कि भाजपा की धामी सरकार रूस के राष्ट्रपति पुतिन व इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से भी ज्यादा क्रूर है। वे अपने पड़ोसी देशों पर बम बरसाकर जनता को तबाह-बरबाद कर रहे हैं, परंतु धामी और मोदी तो अपने ही देश की जनता के घरों व दुकानों पर बुलडोजर चला कर लोगों को तबाह बर्बाद कर रहे हैं, उन पर लाठी और गोली चलवा रहे हैं। ऐसा लगता है कि भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार ने अपने ही देश की गरीब जनता के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। उस जनता के खिलाफ जिसके वोटों के दम पर भाजपा गद्दी पर बैठी है।

रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों से अनुमति के बाद ही रामलीला मैदान पंचायत के लिए तय किया गया था, परंतु भाजपा विधायक के इशारे पर अंतिम समय में रामलीला कमेटी ने महापंचायत के लिए मना कर दिया, जिस कारण अंत समय में पंचायत स्थल बदलना पड़ा। वक्ताओं ने कहा कि राम भाजपा के नहीं है, सभी के हैं। विधायक ने टिन शेड के लिए जो 5 लाख रुपया दिया है वह अपनी जेब से नहीं दिया है, वह सरकार के पास टेक्स के रूप में जमा जनता का ही पैसा है। रामलीला कमेटी को समझना चाहिए कि जब भाजपा आसपास के गांव ही उजाड़ देगी तो उनकी रामलीला भी नहीं बचेगी।

महापंचायत को संयुक्त किसान मोर्चा की अवतार सिंह, धर्मपाल सिंह, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार,वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के तरुण जोशी, गोपाल लोदियाल, मौहम्मद शफी, वन गूजर युवा ट्राइबल संगठन के मौहम्मद इशहाक, इंकलाबी मजदूर के रोहित रुहेला, उपपा नेता पीसी तिवारी, नारायण राम, प्रभात ध्यानी, महिला एकता मंच की ललिता रावत, रेनू, रेवीराम, भाकपा माले के अध्यक्ष इंद्रेश मैखुरी, कैलाश पांडे, पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी, सुमित लोहनी, इंटार्क मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दिलजीत सिंह, मजदूर सहयोग केंद्र के मुकुल, श्रमिक संयुक्त मोर्चा के चंद्र मोहन, करोलिया यूनियन के हरेन्द्र सिंह, श्रमिक संयुक्त मोर्चा के चंद्र मोहन, क्रालोस के अध्यक्ष पीपी आर्य, बसपा नेता विनोद अंजान, प्रधान संगठन के अध्यक्ष राहुल डंगवाल, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की शीला शर्मा, वनग्राम विकास संघर्ष समिति के एस लाल, मौहम्मद ताहिर, चन्दन राम, गौरा देवी, आइसा के सुमित समेत कई लोगों ने संबोधित किया।

कार्यक्रम में भागीदारी करने उत्तराखंड के कोने-कोने से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे।

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