#1मार्च_से_दूध_100_लीटर वाले बयान पर संयुक्त किसान मोर्चा ने दी सफाई, कहा हमने नहीं किया ऐसा कोई आह्वान
दर्शनपाल ने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा के नाम से गलत तरीके से सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल हो रहा है और इस संदर्भ में स्पष्टीकरण दिया जा रहा है कि यह मैसेज गलत है, किसानों से अनुरोध है कि वे इस तरह के गलत संदेश को नजरअंदाज करें, जो उन्हें संयुक्त किसान मोर्चा के नाम से मिल रहा है...
जनज्वार। क्या कल से अधिकतम 60 रुपये मिलने वाले दूध की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर हो जायेगी। सोशल मीडिया पर इस तरह के कई मैसेज वायरल हो रहे हैं कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से आह्वान किया है वे दूध की कीमत 100 रुपये लीटर कर देंगे तो सरकार उनके सामने घुटने टेककर कृषि कानून वापस लेने को मजबूर होगी।
सोशल मीडिया पर 100 रुपये लीटर दूध ट्रेंड कर रहा है और संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से यह आह्वान लोगों के बीच जा रहा है कि किसान 1 मार्च से 100 रुपये लीटर बेचें।
मगर आज संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल की तरफ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित किया गया है, जिसमें उन्होंने साफ किया है कि मोर्चे की तरफ से ऐसा कोई आह्वान नहीं किया गया है। संयुक्त कियान मोर्चा के नाम से ऐसा करने का संदेश वायरल किया जा रहा है, जबकि उनके नेताओं ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
किसान नेता डॉ दर्शनपाल ने वीडियो में कहा है, संयुक्त किसान मोर्चा यह साफ करता है कि किसानों द्वारा 1-5 मार्च के बीच दूध की बिक्री के बहिष्कार और 6 तारीख तक दूध की कीमत 100 रुपए प्रति लीटर करने सम्बधी सयुंक्त किसान मोर्चे ने कोई आह्वान नहीं किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा नेता डॉ दर्शनपाल ने सफाई देते हुए कहा है, संयुक्त किसान मोर्चा के नाम से गलत तरीके से सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल हो रहा है और इस संदर्भ में स्पष्टीकरण दिया जा रहा है कि यह मैसेज गलत है। किसानों से अनुरोध है कि वे इस तरह के गलत संदेश को नजरअंदाज करें, जो उन्हें संयुक्त किसान मोर्चा के नाम से मिल रहा है।'
मगर असल सवाल यह है कि अगर संयुक्त किसान मोर्चा ने 100 रुपये लीटर दूध बेचने का आह्वान नहीं किया है तो यह बात उठी कहां से। मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग दो महीने से हरियाणा के जींद जिले के खटकड़ टोल पर आंदोलन कर रहे किसानों ने एक सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया किया था और इसी में सर्व जातीय खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने बताया कि किसानों का आह्वान किया गया है कि वे सरकारी डेयरी पर 100 रुपये प्रति लीटर की दर से दूध दें। इसी के बाद यह मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
सोशल मीडिया पर संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से दूध के दाम 100 रुपये करने का जो आह्वान है, उसमें मोर्चा के सदस्य मलकीत सिंह जोकि भारतीय किसान यूनियन के अंबाला जिला प्रधान हैं, उनका बयान है। उसमें कहा गया है कि एक मार्च से देशभर के किसान दूध के कीमत में 50 रुपए बढ़ाने जा रहे हैं। ऐसे में 50 रुपए की बढ़ोतरी करने के बाद फिलहाल 50 रुपए लीटर बिकने वाला दूध 1 मार्च से 100 रुपए लीटर हो जाएगा।
मलकीत सिंह की तरफ से प्रसारित किये जा रहे इस बयान में कहा गया है, सरकार ने डीजल के दाम बढ़ाकर किसानों को घेरने की कोशिश की है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा ने दूध के दाम 50 रुपए इजाफा करने का फैसला लिया है। अगर सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग नहीं मानती, तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम भी बढ़ाए जाएंगे।
ट्विटर पर #1मार्च_से_दूध_100_लीटर यह हैशटैग टॉप ट्रेंड में बना हुआ है। इसके साथ समाचार पत्र की एक कटिंग शेयर की जा रही है, जिसमें कहा गया है कि 1 मार्च से दूध 100 रुपए लीटर हो जाएगा। अखबार की कतरन में सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन में शामिक संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी मलकीत सिंह का नाम ह