नुपुर शर्मा पर सख्त टिप्पणी से नाराज समर्थकों ने ट्रेंड कराया सुप्रीम कोठा, क्या मोदी सरकार ऐसों के खिलाफ लेगी एक्शन

नुपुर शर्मा के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सुप्रीम कोठा के नाम से मुहिम तक छेड़ दी है। अब यह टर्म सोशल मीडिया भी तेजी से ट्रेंड भी कर रहा है।

Update: 2022-07-02 09:32 GMT

Prophet Mohammad Row : नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का आदेश देने से इनकार, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका

नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद ( Prophet Mohammad ) के खिलाफ बयान देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा ( Nupur Sharma ) के खिलाफ सख्त रुख क्या अपनाया, उनके समर्थक तो सुप्रीम कोर्ट को सुप्रीम कोठा ( Supreme Kotha ) साबित करने पर उतारू हो गए हैं। नुपुर शर्मा के समर्थकों ने सोशल मीडिया ( Social media trending ) पर सुप्रीम कोठा के नाम से मुहिम तक छेड़ दी है। अब यह टर्म सोशल मीडिया भी तेजी से ट्रेंड भी कर रहा है। इस मुहिम में शामिल ट्विटर यूजर ने पूरी न्यायिक और कानूनी व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए ये सब कर रहे हैं और सरकार मौन है, क्यों?

इसके साथ ही अब इस बात की चर्चा भी शुरू हो गई कि सुप्रीम कोठा ( Supreme Kotha ) समर्थकों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार एक्शन लेगी। अगर नहीं तो क्यों, क्या इस तरह से देश के सर्वोच्च न्यायिक संस्था के खिलाफ मुहिम चलाना उचित है। क्या सरकार इसे सही मानती है, अगर नहीं तो सरकार ऐसे गैर कानूनी कृत्य करने वालों के खिलाफ एक्शन कब लेगी?

धर्मों रक्षती रक्षित: ट्विटर हैंडल ने अपने एक पोस्ट में कहा है कि हम नुपुर शर्मा का समर्थन करते हैं, क्योंकि धर्मनिरपेक्षता हिंदुओं के खिलाफ और सुप्रीम कोर्ट ने इनके समर्थकों से समझौता कर लिया है। मैं भी सेक्युलर था नाम के यूजर ने शीर्ष अदालत के ऐसे टर्म का प्रयोग किया है जिसे हम यहां नहीं लिख सकते। मैं, क्या कोई भी संविधान को मन से मानने वाला ऐसा करने की सोच भी नहीं सकता। चंदन राष्ट्रवादी ने अपने हैंडल पर सुप्रीम की टिप्पणी का जिक्र करते हुए लिखा है कि मुस्लिम हिंदुओं को अपमान कर सके हैं लेकिन हिंदू उनके हदीस का हवाला नहीं दे सकते। 

बता दें कि 1 जुलाई को नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ दर्ज अलग-अलग मामलों एक जगह ट्रांसफर करने की मांग की थी। शुक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज सूर्यकांत और जेबी पारदीवाला की बेंच ने तीखी टिप्पणियां कीं। बेंच ने पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाया और पूछा कि नेशनल टीवी पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बावजूद अब तक नूपुर शर्मा को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? कोर्ट ने ये भी कहा कि उन्हें नेशनल टीवी पर पेश होना चाहिए था और देश से माफी मांगनी चाहिए थी। उसके बाद से देशभर में इस टिप्पणी को लेकर बवाल मचा है। नुपुर शर्मा के समर्थकों ​सभी कायदे कानूनों को ताक पर रखकर सुप्रीम कोठा के नाम से मुहिम तक छेड़ दी है। 

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