Khagaria News: सांवले दंपती का हुआ गोरा बच्चा तो महिला ने पति के तानों से परेशान होकर कर ली आत्महत्या

Khagaria News: महिला सांवले रंग की थी और उसके बेटे का रंग गोरा है। पति इसी बात पर उसे ताना मारता था कि बच्चा उनका नहीं है...

Update: 2022-01-20 16:35 GMT

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Khagaria News: बिहार के खगड़िया में गुरुवार को एक विवाहिता ने पति के रोज रोज के ताने से तंग आकर आत्महत्या (Mahila Aatmhatya) कर ली। दंपत्ति का रंग सांवला था, लेकिन दोनो के बच्चे का रंग गोरा है। इस बात पर पति को पत्नी के चरित्र पर शक होने लगा था। पति से परेशान होकर महिला कई महीनों से मायके में ही रह रही थी।

घटना खगड़िया जिले (Khagaria District) के चित्रगुप्त नगर मोहल्ले की है। मृतका की पहचान राजस्थान बाड़ा निवासी अनिल कुमार की 28 वर्षीय पत्नी भारती कुमारी के रूप में हुई है। वह पिछले 4 माह से चित्रगुप्त नगर स्थित अपने मायके में रह रही थी। परिजनों के अनुसार, भारती सांवली थी और उसके बेटे का रंग गोरा है। भारती का पति इसी बात पर उसे ताना (कि बच्चा उनका नहीं है) मारता था।

घटना के संबंध में मृतका के भाई कृष्ण नंदन कुमार और पिता जनार्दन मिस्त्री ने बताया कि बुधवार रात विवाहिता सोने के लिए अपने कमरे में गई थी। सुबह जब नहीं निकली तो परिजनों ने उसके रूम में जाकर देखा, जहां वह छत के रॉड में दुपट्टे से लटकी मिली। इधर, घटना की जानकारी पर चित्रगुप्त नगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम (Postmartem) हेतु सदर अस्पताल भेज दिया। जहां शव का पोस्टमार्टम करा उसे परिजनों को सौंप दिया गया।

मृतका में भाई कृष्ण नंदन कुमार ने बताया, उनकी बहन अपने पति के साथ राजस्थान (Rajasthan) में रहती थी, जहां उसके पति प्राइवेट जॉब करते हैं। भाई ने बताया कि उनकी बहन ने एक माह पूर्व बीएड की परीक्षा में सफल हुई थी। उन्होंने कहा कि पति से अनबन के कारण वह राजस्थान से मायके आई थी। उसका एक 2 साल का बेटा भी है।

मायके वालों ने बताया भारती सांवले रंग की थी और उसका बेटा गोरा रंग का है। घटना के दो दिन पहले बच्चे और मां के रंग को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था। पति बच्चे के गोरे होने और पत्नी के सांवली होने को लेकर पत्नी को ताना रता था। जिसके कारण विवाहिता तनाव में थी।

इस संबंध में चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि मामले में मृत महिला के परिजनों द्वारा आवेदन आने के बाद पुलिस उसके अनुसार कार्रवाई करेगी।

क्या कहते है विशेषज्ञ

वहीं, इस संबंध में डॉक्टर श्वेता रावत ने कहा कि पति-पत्नी का रंग काला भी होता है तो भी बच्चा गोरा हो सकता है। बच्चे के रंग का निर्धारण मेलानिन हार्मोन से होता है। इस हार्मोन से स्किन बनती है, इसकी कमी से ही रंग पर असर होता है। बच्चा के बारे में मां कैसा सोचती है, इसपर भी निर्भर होता है। पति-पत्नी का विश्वास और डीएनए ही इसका निर्धारण कर सकता है। अधिकतर ऐसे मामलों पिता की शंका या मन का भ्रम होता है। मां के गर्भ में जो बच्चा होता है और मां जैसा सोचती है वैसा बच्चे पर असर होता है।

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