बिहार : पल्लेदारी करने गए तीन मजदूरों को ट्रक ने रौंदा, आक्रोशित लोगों ने NH को किया जाम

बिहार के सारण जिला के रसूलपुर बाजार की यह घटना है, घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने छपरा-सीवान एनएच को जाम कर दिया, तीनो मृतक अपने घरों के इकलौते कमाऊ सदस्य थे...

Update: 2020-08-07 13:53 GMT

घटना के बाद छपरा-सीवान एनएच को जाम किए हुए आक्रोशित लोग

जनज्वार ब्यूरो, पटना। पल्लेदारी करने गए तीन मजदूरों को ट्रक ने कुचल दिया, इससे मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया। मृतक तीनों मजदूर थे और अपने घरों के इकलौते कमाऊ सदस्य थे, जिस कारण इनके घरों में कोहराम मचा है। प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों का आरोप था कि पुलिस देर से पहुंची, जिस कारण चपेट में आए लोगों को जरूरी सहायता नहीं मिल सकी।

घटना सारण जिला के रसूलपुर थाना इलाके की 7 अगस्त शुक्रवार की है। छपरा-सीवान एनएच -531पर स्थित रसूलपुर चट्टी पर एक अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आकर तीन मजदूरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

मृतकों की शिनाख्त रसूलपुर थाना इलाके के चड़वा गांव निवासी चन्द्रमा मांझी के पुत्र मुन्ना मांझी (36), मुकुन्दपुर गांव निवासी मोहन प्रसाद कुर्मी के पुत्र छोटन प्रसाद (35) और रसूलपुर चट्टी निवासी बदरी राय के पुत्र छोटू राय (30) के रुप में हुई है।

घटनास्थल पर शवों के साथ विलाप कर रहे परिजनों ने बताया कि तीनों युवक एक किराना दुकान पर मजदूरी/पल्लेदारी करने गए थे। इस दौरान एक मिनी ट्रक का टायर पंक्चर हो जाने पर उसकी स्टेपनी बदली जा रही थी। इसी बीच एक अनियंत्रित ट्रक ने तीनों को रौंद दिया। वारदात के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि सूचना के बाद पुलिस काफी विलंब से पहुंची, जिससे नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दिया। इस दौरान पुलिस द्वारा बल प्रयोग की बात कहने पर ग्रामीण और आक्रोशित हो गये। शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई।

इससे छपरा-सीवान मुख्य पथ पर काफी देर तक आवागमन बाधित रहा। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि समय पर पुलिस पहुंच कर घायलावस्था में तड़पते युवकों को उपचार हेतु सीएचसी पहुंचा दी होती तो शायद मजदूरों की जान बच सकती थी।इसके बाद रसूलपुर के अलावा दाउदपुर, एकमा सहित मांझी थानों की पुलिस भी पहुंच गई।

 एकमा विधायक मनोरंजन कुमार सिंह धूमल, डीएसपी अजय कुमार सिंह, इंस्पेक्टर मंजू सिंह, बीडीओ डॉ कुंदन, सीओ सुशील मिश्र, रसूलपुर थानाध्यक्ष चरणजीत दास, एकमा थानाध्यक्ष राजेश चौधरी, मुखिया गणेश साह आदि ने पहुंच कर सड़क जाम कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। वहीं शव के साथ विलाप कर रहे मृतकों के परिजनों को सांत्वना देकर हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

सीओ द्वारा आपदा के तहत चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की गई। इसके बाद राष्ट्रीय राज मार्ग- 531 पर सड़क यातायात सामान्य हो सका। पुलिस द्वारा शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।

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