Delhi University में ऑनलाइन परीक्षा की मांग, आर्ट्स फैकल्टी में विरोध प्रदर्शन जारी
Delhi University : दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की इस मांग को एनएसयूआई (NSUI) जैसे छात्र संगठनों का साथ भी मिलता नजर आ रहा है जिसके चलते प्रदर्शनकारी छात्रों की संख्या लगतार बढ़ रही है...
Delhi University : देशभर में ऑफलाइन कॉलेज खुलने के बाद से ही छात्रों ने अब ऑफलाइन परीक्षा (Offline Exam) रद्द करने की मांग शुरू कर दी है। दिल्ली विश्वविद्यालय (University Of Delhi) की आर्ट्स फैकल्टी (Faculty Of Arts) में भारी संख्या में छात्र एकजुट होकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। इससे पहले भी छात्र ऑनलाइन सिग्नेचर अभियान चलाकर छात्रों ने ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने की मांग कर चुके हैं लेकिन छात्रों की ये मांग अब तेज होती जा रही है।
बता दें कि अभी हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्रों का ऑनलाइन एग्जामिनेशन (Online Exam) सम्पन्न हुआ है और मई में पुराने छात्रों की ऑफलाइन परीक्षाएं होनी हैं। ऐसे में द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों की ओर से ये दलील दी जा रही है कि जब आधे से ज्यादा कोर्स उन्हें ऑनलइन पढ़ाया गया है तो एग्जाम ऑनलाइन क्यों लिए जा रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की इस मांग को एनएसयूआई (NSUI) जैसे छात्र संगठनों का साथ भी मिलता नजर आ रहा है जिसके चलते प्रदर्शनकारी छात्रों की संख्या लगतार बढ़ रही है। ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने की उठ रही ये मांग महज दिल्ली विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं है ये मांग उन तमाम विश्वविद्यालयों में उठ रही है जो हाल फिलहाल में खुले हैं।
बीते दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में जमकर हंगामा किया। विरोध का आलम यह था कि एक छात्र ने तो आत्मदाह तक करने की कोशिश की। इसी के साथ छात्रों का कहना था कि विवि की हाई पावर कमेटी को 20000 छात्रों ने परीक्षा ऑनलाइन मोड में कराने के लिए ज्ञापन दिया था। ये 20000 छात्रों की संख्या इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों की कुल संख्या का लगभग 40% है। जब 40% स्टूडेंट ऑनलाइन परीक्षा कराने के पक्ष में है तो फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑनलाइन परीक्षा क्यों नहीं करा रही है। छात्रों की तरफ़ से यह भी कहा गया कि विश्वविद्यालय को ऑफलाइन परीक्षा करानी है तो ऑनलाइन परीक्षा का भी विकल्प दे।
छात्रों के इतने भारी विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने थक हारकर अपने कदम पीछे कर लिए और फैसला बदलते हुए यूजी सेकंड ईयर के छात्रों को प्रमोट करने का फैसला ले लिया। इलाहबाद विश्वविद्यालय की तरफ़ से जारी हुए नोटिस में ये बताया गया कि यूजी थर्ड ईयर के छात्रों को ऑनलाइन मोड में ही इम्तिहान देना होगा।
इलहाबाद विश्वविद्यालय के इस फैसले के बाद DU में विरोध कर रहे छात्रों का मनोबल और बढ़ गया जिसके बाद से दिल्ली विश्वविद्यालय में चल रहा विरोध प्रदर्शन और उग्र होता नज़र आया।
जिसके बाद विरोध कर रहे छात्रों ने आर्ट्स फैकल्टी से लेकर विश्वविद्यालय कुलपति के कार्यालय तक विरोध मार्च किया। छात्रों द्वारा कुलपति को दिए गए ज्ञापन में उन्होंने कहा, "देश में कोरोनावायरस का नया रूप तेजी से फैल रहा है, देश भर के छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं ब्रिटेन और चीन नए संस्करण के कारण पहले से ही बंद हैं। यहां तक कि पिछले 24 घंटों में भारत में भी 1421 नए मामले दर्ज किए गए और कोरोनावायरस के कारण 149 लोगों की मौत हो गई। आज हमारे पास 16187 सक्रिय कोरोना मामले हैं । दिल्ली विश्वविद्यालय को छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा विकल्प देने के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए क्योंकि हजारों छात्र हैं जो ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले रहे हैं। बहुत से छात्र अभी यहां नहीं हैं ऑफलाइन परीक्षा के लिए दिल्ली आना भी उनके लिए इतना आसान नहीं है।"
वहीं दूसरी तरफ़ दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों का ये भी कहना है कि छात्रों के विकास के लिए ऑफलाइन परीक्षाओं का आयोजन आवश्यक है। अगर DU ये ऑफलाइन परीक्षाएं नहीं करवाएगा तो छात्रों को सैक्षिक काफ़ी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।