Fighting in Mosque : बिहार के वैशाली में नमाज से पहले चले लात-घूंसे और कुर्सियां, इस कारण मैदान-ए-जंग बन गयी मस्जिद
Fighting in Mosque : घटना जिले के महुआ थाना क्षेत्र के डगरू गांव की है। मारपीट का वीडियो सामने आया है। घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि रामपुर डगरु में जामा मस्जिद की कमेटी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। मामले को सुलझाने के लिए लोगों ने वक्फ बोर्ड से इसकी गुहार लगाई। बोर्ड ने ये आदेश दिया कि जल्द से जल्द नई कमेटी बनाया जाए...
Fighting in Mosque : वैशाली जिले में एक मस्जिद में मंगलवार को नमाज से शुरू होने से पहले खूब लात-घूंसे, लाठी और कुर्सियां (Fighting in Mosque) चली। हंगामा इतना बढ़ गया कि लोग एक दूसरे पर जिसके हाथ में जो था वही लेकर टूट पड़े। इस दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। घटना के कारण मस्जिद मैदान-ए-जंग में तब्दील हो गयी और अफरातफरी का माहौल बन गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना महुआ पुलिस को दी। उसके बाद जिले के महुआ थाने पुलिस ने पर पहुंचकर और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। हालांकि गांव में अब भी तनाव बरकरार है। खबरों के मुताबिक मारपीट में कुछ लोग घायल भी हो गए हैं।
घटना जिले के महुआ थाना क्षेत्र के डगरू गांव की है। मारपीट (Fighting in Mosque) का वीडियो सामने आया है। घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि रामपुर डगरु में जामा मस्जिद की कमेटी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। मामले को सुलझाने के लिए लोगों ने वक्फ बोर्ड से इसकी गुहार लगाई। बोर्ड ने ये आदेश दिया कि जल्द से जल्द नई कमेटी बनाया जाए।
ऐसे में मंगलवार को महुआ सुन्नी वक्फ बोर्ड के निर्देश पर महुआ अंचलाधिकारी अमर कुमार सिन्हा जामा मस्जिद के नए सचिव और अध्यक्ष को प्रभार दिलाने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जैसे ही नए सदस्यों को प्रभार दिलवाया और नमाज की तैयारी करने लगे कि दो गुटों में लड़ाई शुरू हो गई।
देखते ही देखते मस्जिद जंग का मैदान बन गया। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर लाठी-डंडे और लात-घूंसे (Fighting in Mosque) चलाए गए । इस मारपीट में कुछ लोग घायल भी हुए। इधर, सूचना पर पहुंची महुआ थाना की पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया।
आपको बता दें कि बिहार के ग्रामीण इलाकों में इस तरह की झड़प (Fighting in Mosque) की खबरें आये दिन आती रहती हैं। आपसी विवाद मे अक्सर दो पक्षों के बीच मारपीट की घटनाएं हो जाती हैं। कई बार तो पुलिस की मौजूदगी में भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं। प्रशासन बार-बार ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने का दावा करता है पर अक्सर प्रशासन की ओर से किए गए ये दावे गलत साबित होते हैं।