सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में प्रयागराज के गडौर गांव में उच्च अधिकारियों ने चकबंदी में व्याप्त भ्रष्टाचार की जाँच का दिया आश्वासन
ग्रामीणों ने सवाल किया कि जब भ्रष्ट कर्मचारियों को जांच पड़ताल का हिस्सा बनाया जायेगा तो निष्पक्ष जांच कैसे संभव हो पाएगी, इसलिए जारी चकबंदी की प्रक्रिया में पूरी तरह से निरस्त करते हुए पुनः नए कर्मचारियों अधिकारियों के प्रभार में चकबंदी प्रक्रिया शुरू करवाई जाए, जिस पर उच्च जाँच अधिकारी ने सैकड़ों ग्रामीणों को आश्वासन दिया ऐसा ही किया जायेगा....
प्रयागराज। कल 12 जून को सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में गडौर ग्राम में उच्च अधिकारियों ने चकबंदी में व्याप्त भ्रष्टाचार की जाँच पड़ताल की और जब ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से चकबंदी निरस्त करने की मांग की। इस दौरान उच्च अधिकारियों ने जारी चकबंदी प्रक्रिया को निरस्त करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया।
गौरतलब है कि ग्राम गडौर, फूलपुर में चकबंदी में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कई महीनों से ग्रामीण एसडीएम फूलपुर, जिलाधिकारी प्रयागराज, मंडलायुक्त प्रयागराज, चकबंदी आयुक्त उत्तर प्रदेश और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के कार्यालयों में लगातार न्याय की गुहार कर रहे हैं। इसी की निरंतरता में पिछले दिनों 16 मई 2024 को मंडलायुक्त प्रयागराज को ज्ञापन सौंपा था। मंडलायुक्त प्रयागराज के निर्देश पर जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी व डीडीसी कुँवर दिनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में जब जाँच पड़ताल टीम गडौर गाँव पहुँची, तो उनसे साथ एसीओ- मनोज केशरी, कानूनगो- कौशल प्रसाद, लेखपाल- शिवनरेश को देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
ग्रामीणों ने जाँच अधिकारी से आग्रह किया कि भ्रष्ट एसीओ, कानूनगो और लेखपाल चुपचाप बैठे रहें, और जाँच अधिकारी कुँवर दिनेश प्रताप सिंह ने ऐसा ही किया। फिर ग्रामीणों ने सवाल किया कि जब भ्रष्ट कर्मचारियों को जांच पड़ताल का हिस्सा बनाया जायेगा तो निष्पक्ष जांच कैसे संभव हो पाएगी, इसलिए जारी चकबंदी की प्रक्रिया में पूरी तरह से निरस्त करते हुए पुनः नए कर्मचारियों अधिकारियों के प्रभार में चकबंदी प्रक्रिया शुरू करवाई जाए, जिस पर उच्च जाँच अधिकारी ने सैकड़ों ग्रामीणों को आश्वासन दिया ऐसा ही किया जायेगा। हम अपनी जाँच पड़ताल की रिपोर्ट मंडलायुक्त प्रयागराज को सौंप देंगे।
पंचायत भवन परिसर गडौर में जारी जाँच पड़ताल के दौरान कई ग्रामीण आक्रोशित और उत्तेजित भी हुए, लेकिन अधिकारियों द्वारा न्याय देने के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए। जाँच के दौरान मुख्य रूप से प्रसिद्ध मजदूर नेता ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव डॉ कमल उसरी, किसान महासभा जिला संयोजक सुभाष पटेल, ग्राम प्रधान गडौर व गडौर चकबंदी भू प्रबंधन समिति अध्यक्ष हुबलाल, पूर्व प्रधान राकेश यादव, एड अरुण कुमार, एड चन्द्रभान यादव, अभयराज, फूलचंद पाल, सुभाष भारतीय, छोटे लालपाल, भानु कुमार, लल्लू लोहार, भानू कुमार पटेल, मिथिलेश चौरसिया, मौजी लाल, कलावती, गेनाउ भारतीय, निर्मला ,प्रमिला पाल के अलावा सैकड़ों ग्रामीणों उपस्थित रहे।