Kashmir Valley News : राहुल भट की हत्या के बाद हालात खराब, सड़कों पर उतरे कश्मीरी पंडित, जवाब में पुलिस ने बरसाईं लाठियां

Kashmir Valley News : कश्मीर घाटी में राहुल भट सहित दो की हत्या। इस घटना के बाद कश्मीरी पंडितों के बीच भय का माहौल।

Update: 2022-05-14 05:00 GMT

Kashmir Valley News : केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के कश्मीर में एक बार हिंसक और आतंकी घटनाएं बढ़ने लगी हैं। खासकर कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandits  )राहुल भट्ट ( Rahul Bhat Killing ) और उसके बाद एक कॉस्टेंबल की हत्या के बाद से घाटी में दहशत का माहौल है। कश्मीरी पंडित खौफजदा हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राहुल भट की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही उनकी बेटी की पढ़ाई का खर्च प्रशासन द्वारा उठाने की बात कही हैं

राहुल भट ( Kashmir Valley Killing )सहित एक कॉन्सटेबी की हत्या के बाद बडगाम जिले को श्रीनगर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर दर्जनों कश्मीरी पंडित ( Kashmiri Pandits ) धरने पर बैठ गए हैं। साथ ही जाम लगा दिया है। जवाब में कश्मीर पुलिस ने कश्मीरी पंडित प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाईं हैं। इस पर कश्मीरी पंडितों ने गहरा आक्रोश जताया है।

सड़कों पर उतरे कश्मीरी पंडितों में से एक संजय कौल के हाथ में एक बैनर है जिस पर लिखा है 'जस्टिस फॉर राहुल भट'। राहुल की गुरुवार को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह शेखपोरा प्रवासी क्वार्टर में संजय का पड़ोसी था। संजय ने गुरुवार की सुबह राहुल को अपने घर के बाहर देखा जब वह काम पर निकला था। उन्होंने एक दूसरे को बधाई दी और उनका हालचाल पूछा था।

कश्मीरी पंडित होने की वजह से हुई हत्या

संजय दुखी मन से कहते हैं मैं राहुल के लिए इंसाफ मांग रहा हूं। मैं उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने के लिए कह रहा हूं और सरकार को उनके बच्चे की पढ़ाई का खर्च वहन करना चाहिए। यही हमारा जीवन है। संजय का कहना है कि ये हत्याएं पहले की हत्याओं से अलग हैं। ये लक्षित हत्याएं हैं। राहुल की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह एक कश्मीरी पंडित था। साल 2010 से संजय कश्मीर में हैं। उसी साल उन्हें सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिली थी। उन्होंने कश्मीर के विभिन्न सरकारी स्कूलों में काम किया है। राहुल की नियुक्ति 2012 में हुई थी और वह राजस्व विभाग में तैनात थे।

राहुल की हत्या से कश्मीरी पंडितों में डर का माहौल

संजय कहते हैं - कार्यालय के अंदर हुए हमले ने कश्मीर में काम कर रहे अल्पसंख्यक कश्मीरी पंडित समुदाय के कर्मचारियों में डर पैदा कर दिया है। साथ ही उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

लाठीचार्ज के बाद भी धरने पर जमें हैं लोग




 इस बार खास बात यह है कि पुलिस द्वारा कश्मीरी पंडित खुद पर आंसू गैस के गोले दागे जाने से बेफिक्र हैं। उनका कहना है कि सरकार को उनके मुद्दे को सुलझाने की जरूरत है। संजय उन लोगों में से हैं जो कहते हैं कि उन्हें घाटी में काम करते हुए कभी भी खतरा महसूस नहीं हुआ लेकिन पिछले दो साल से उन्हें अपनी जिंदगी पर यकीन नहीं हो रहा है। संजय का कहना है कि पिछले साल दो शिक्षकों और बिंदू साहब - माखन लाल बिंदू की हत्या के बाद से कश्मीरी पंडित हर दिन दहशत में जी रहे हैं।

24 घंटे में 2 की हत्या, सुरक्षा बलों के लिए चुनौती

Kashmir Valley News : बता दें कि कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट और उसके बाद एक कॉस्टेंबल की हत्या कर दी है। आतंकियों ने 24 घंटे के अंदर दो हत्याओं को अंजाम देकर कश्मीर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चुनौती दी है। राहुल की हत्या के विरोध में कश्मीरी पंडित सड़कों पर उतर आये है। वहीं दूसरी ओर सुरक्षा बलों ने एक एनकाउंटर में तीन आतंकियों को मार गिराया हे। इनमें दो राहुल भट्ट की हत्या में शामिल थे।

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